लखनऊ : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सामाजिक समरसता के कार्यक्रम चलाकर लोगों को संघ से जोड़ेगा. संघ के शताब्दी वर्ष 2024-25 तक प्रत्येक न्याय पंचायत में संघ की शाखा स्थापित करने के लिए ग्रामीण युवाओं को संघ और विचार परिवार से जुड़े संगठनों के साथ जोड़ा जाएगा. संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले (Sarkaryavah Dattatreya Hosabale's strategy) की अध्यक्षता में मंगलवार को आयोजित पूर्वोत्तर क्षेत्र के पदाधिकारियों की बैठक में शताब्दी वर्ष से जुड़े कार्यक्रमों पर चर्चा हुई. जिसमें अनुसूचित जाति बाहुल्य बस्तियों में सहभोज आयोजन पर जोर दिया गया.
भारती भवन में हुई बैठक में दत्तात्रेय होसबोले ने शताब्दी वर्ष तक प्रत्येक न्याय पंचायत तक संघ को पहुंचाने की बातें कहीं. संघ के शताब्दी वर्ष तक हर न्याय पंचायत तक संघ की शाखा स्थापित करने पर चर्चा हुई. शाखा स्थापित करने के लिए संघ के अवध, काशी, गोरक्ष और कानपुर प्रांत में हुए कार्यक्रमों पर चर्चा की. कहा कि गांवों में नए स्वयंसेवक बनाने के साथ ऐसे लोगों को भी सक्रिय किया जाए जो किसी न किसी रूप में संघ के सेवा कार्य में शामिल हो सकते है. बैठक में छुट्टा गोवंश की समस्या समाधान के लिए ग्रामीणों को गो-पालन, गोवंश की सुरक्षा के लिए प्रेरित करने पर भी चर्चा हुई. साथ ही गांवों में सरकार के सहयोग से सड़क, पानी, बिजली, चिकित्सा एवं शिक्षा जैसी सुविधाएं मुहैया कराकर भी लोगों को संघ से जोड़ा जाएगा.
लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) से पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) उत्तर प्रदेश में सियासी दस्तक को सुन रहा है. जिसमें जगह-जगह जाकर संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी माहौल को भांपना शुरू कर चुके हैं. जिसमें संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले (Sarkaryavah Dattatreya Hosbole) लखनऊ पहुंच चुके हैं. अगले 7 दिनों तक वह उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जनपदों में अलग-अलग कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे. यह राष्ट्रीय स्वयंसेवक के रूटीन कार्यक्रम है, मगर इन कार्यक्रमों के सहारे वे लोगों से संवाद करके उत्तर प्रदेश के सियासी माहौल को भी परखेंगे. जिसके जरिए आने वाले लोकसभा चुनाव के अभियान में भारतीय जनता पार्टी को मदद मिल सकती है.