लखनऊ:समाजवादी पार्टी का दो दिवसीय अधिवेशन राजधानी लखनऊ स्थित रमाबाई मैदान में झंडारोहण के साथ शुरू हुआ. अखिलेश यादव, स्वामी प्रसाद मौर्य, प्रो.रामगोपाल यादव, नरेश उत्तम पटेल, राजेंद्र चौधरी, रामजी लाल सुमन, रामगोविंद चौधरी, किरणमय नंदा सहित कई प्रमुख नेता मंच पर मौजूद रहे. इस दौरान नरेश उत्तम पटेल को फिर प्रदेश अध्यक्ष बनने की घोषणा की गई. समाजवादी पार्टी के दो दिवसीय सम्मेलन में अखिलेश यादव ने हुंकार भरते कहा कि भारतीय जनता पार्टी को सिर्फ समाजवादी पार्टी ही हरा सकती है.
अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश में चुंगी व्यवस्था खत्म करने का काम समाजवादी पार्टी ने किया है. देश का सबसे बेहतरीन एक्सप्रेस में समाजवादी पार्टी ने बनवाया. उत्तर प्रदेश में मेट्रो सबसे जल्दी और सबसे बेहतर समाजवादी पार्टी ने लखनऊ में चलाई. प्रदेश में सबसे ज्यादा काम किसानों के लिए समाजवादी पार्टी ने किया. सपा ने बेरोजगारों को रोजगार देने का काम किया. भाजपा सरकार ने सिर्फ झूठ और लूट की.
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए सपा प्रवक्ता हैदर अब्बास सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए प्रदेश भर से करीब 15 हजार से ज्यादा प्रतिनिधि राजधानी लखनऊ पहुंचे हैं. राज्य सम्मेलन के अगले दिन 29 सितंबर को राष्ट्रीय अधिवेशन होगा. जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव के साथ ही पार्टी अपनी दशा व दिशा तय करेगी.
गौरतलब है कि आने वाले समय में उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव में जीत दर्ज करने और उत्तर प्रदेश में संगठन को मजबूत करते हुए 2024 के लोकसभा चुनाव में फतेह करने के अलावा भारतीय जनता पार्टी सरकार के खिलाफ हमलावर होने की रणनीति पर मंथन होगा. इसके अलावा संगठन का पुनर्गठन भी किया जाएगा. मुख्य रूप से प्रदेश अध्यक्ष से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद के निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी होगी.
राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को एक बार फिर निर्वाचित किया जाएगा. इन सम्मेलनों में राजनीतिक प्रस्ताव के साथ-साथ आर्थिक और सामाजिक प्रस्ताव भी लाए जाने की बात कही गई है, जिससे समाजवादी पार्टी को मजबूत करने सबको साथ लेकर आगे बढ़ने के अलावा मुख्य रूप से भारतीय जनता पार्टी की केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ हमलावर होते हुए रणनीति बनाई जाएगी कि कैसे सड़क से लेकर सदन तक भारतीय जनता पार्टी की सरकार को घेरना है.
सरकार की जनविरोधी नीतियों को जनता को बताते हुए समाजवादी पार्टी के साथ लोगों को जोड़ने का काम किया जाना है. तमाम मुद्दों को लेकर भारतीय जनता पार्टी सरकार के खिलाफ समाजवादी पार्टी अपने इन सम्मेलनों में रणनीति बनाएगी और भविष्य की राजनीतिक चुनौतियों से कैसे पार पाते हुए विजय पानी है, इस पर पूरी तरह से मंथन होगा.
समाजवादी पार्टी अपनी इन सम्मेलनों के माध्यम से समाज के सभी वर्गों को जोड़ने को लेकर बड़े स्तर पर अभियान चलाने की बात कर रही है. इसके अलावा पिछड़े दलित अल्पसंख्यक के साथ-साथ महिलाओं के मुद्दों को धार देने की रणनीति पर भी चर्चा की जाएगी. इन वर्ग के साथ होने वाली घटनाओं पर सरकार को घेरने की बात भी कही जाएगी.
इसके अलावा समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मुस्लिम चेहरे आजम खान के खिलाफ लगातार दर्ज हो रहे मुकदमों को लेकर भी इस सम्मेलन में चर्चा हो सकती है और भारतीय जनता पार्टी सरकार के खिलाफ न सिर्फ हमलावर होने की रणनीति बनाई जाएगी बल्कि कैसे इससे निजात पाना है. इस पर भी मंथन होगा. समाजवादी पार्टी के प्रांतीय और राष्ट्रीय सम्मेलन को लेकर सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं में काफी जोश और उत्साह है. राजधानी लखनऊ के विक्रमादित्य मार्ग स्थित कार्यालय से लेकर रमाबाई रैली स्थल तक बैनर होर्डिंग और पोस्टर लगाए गए हैं. सम्मेलन के दौरान उत्तर प्रदेश में पूर्व में समाजवादी पार्टी सरकार के दौरान हुए बड़े कामकाज का भी जिक्र किया जाएगा और भाजपा सरकार में विकास कार्यों के ठप होने पूर्व के प्रोजेक्ट की बदहाली का भी मुद्दा उठाया जाएगा.
समाजवादी पार्टी ने कहा है कि पार्टी का राज्य सम्मेलन आज और राष्ट्रीय सम्मेलन 29 सितंबर को आयोजित किया गया है और इसको लेकर सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. रमाबाई अम्बेडकर पार्क लखनऊ में आयोजित किया गया है. सम्मेलन सुबह 10 बजे से शुरू होंगे. दोनों दिन सम्मेलन की शुरूआत झंडारोहण से होगी और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सम्मेलन में उद्घाटन एवं समापन भाषण करेंगे. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय एवं राज्य सम्मेलन में भाजपा की डबल इंजन सरकार की विकास कार्यों के प्रति उपेक्षापूर्ण रवैये के जिक्र के साथ वर्तमान राजनीतिक आर्थिक परिदृश्य पर भी चर्चा होगी. जारी बयान में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने देश-प्रदेश के पूरे राजनीतिक वातावरण को प्रदूषित कर दिया है. समाज में नफरत और समाज को बांटने वाली ताकतों ने लोकतांत्रिक मूल्यों का अपहरण करने की कुचेष्टा की है. समाजवादी पार्टी की सरकार में प्रदेश में विकास के जो भी कार्य और योजनाएं प्रारम्भ हुई थी. उन्हें भाजपा ने बर्बाद कर दिया है और उनका नाम बदल कर अपने नाम की तख्ती लगा ली गई है.
उन्होंने कहा कि भाजपा की निष्ठा भारत के संविधान में नहीं है. समाजवादी पार्टी गांधी, लोहिया एवं अम्बेडकर की विचारधारा पर चलकर लोकतंत्र, और संविधान को बचाने के लिए प्रतिबद्ध है. समाजवादी पार्टी धर्मनिरपेक्षता एवं सामाजिक न्याय के लिए निरंतर आवाज उठाती है. समाजवादी पार्टी पिछड़ों, दलितों, अल्पसंख्यकों, महिलाओं, वंचितों के लिए विशेष अवसर के सिद्धांत की सुरक्षा के प्रति संकल्पित हैं. कहा समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय एवं राज्य सम्मेलन में संगठनात्मक चुनाव कर 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को एकजुट कर संगठन और जनता की ताकत से भाजपा की एकाधिकारी सत्ता को उखाड़ फेकने का संकल्प लेगी.
वहीं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी ने बताया कि 28 सितंबर को प्रदेश अध्यक्ष तो 29 सितंबर को निर्वाचन अधिकारी प्रो. रामगोपाल यादव द्वारा राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया संपन्न कराई जाएगी. 11:30 बजे अखिलेश यादव उद्घाटन भाषण करेंगे. इसके बाद राजनीतिक एवं आर्थिक प्रस्ताव पेश किया जाएगा. जिस पर चर्चा एवं प्रस्ताव पारित किया जाएगा. श्री अखिलेश यादव राष्ट्रीय सम्मेलन का समापन करेंगे. इसी तरह से समाजवादी पार्टी का राज्य सम्मेलन पहले दिन 28 सितंबर 2022 को पूर्वांह्न 10ः00 बजे प्रारंभ होगा. सम्मेलन में सर्वप्रथम 10ः00 राष्ट्रीय ध्वज का ध्वजारोहण एवं राष्ट्रगान का कार्यक्रम संपन्न होगा. 10ः05 बजे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा समाजवादी पार्टी का झण्डारोहण किया जाएगा. निर्वाचन अधिकारी प्रो. रामगोपाल यादव उत्तर प्रदेश समाजवादी पार्टी प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया संपन्न कराएंगे. 11:30 बजे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सम्मेलन में उद्घाटन भाषण करेंगे. 12ः30 बजे राजनैतिक एवं आर्थिक प्रस्ताव चर्चा के पश्चात पारित किया जाएगा. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव राज्य सम्मेलन का उद्बोधन कर समापन करेंगे.
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