लखनऊ: राजधानी की जीवनदायिनी गोमती नदी की सहायक कुकरैल नदी के दिन बहुरने वाले हैं. इसके साफ-सफाई और किनारों को संवारने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. इसके दोनों तटों पर रिवर फ्रंट विकसित करने के लिए खाका तैयार हो रहा है. इसकी विस्तृत जानकारी लखनऊ मंडल के कमिश्नर मुकेश मेश्राम ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान दी है.
शहरवासियों को जल्द मिलेगा कुकरैल रिवर फ्रंट. दोनों तटों पर लगाए जाएंगे खूबसूरत पौधेकमिश्नर मुकेश मेश्राम ने बताया कि प्रदेश की योगी सरकार बहुत जल्द 29 किमी. लम्बी कुकरैल नदी को वापस उसके स्वरूप में लाएगी. इसके लिए कार्रवाई शुरू हो गई है. उन्होंने बताया कि दोनों तटों पर पौधे लगाए जाएंगे और लोगों के सैर-सपाटे के लिए रास्ते और बैठने के लिए बेंच लगेगी.
राजधानी में बनेगा दूसरा रिवर फ्रंटमुकेश मेश्राम ने बताया की राजधानी में यह दूसरा रिवरफ्रंट होगा. इससे पहले गोमती नदी पर रिवर फ्रंट बनाया गया था. कुकरैल नदी पर बनने वाला रिवरफ्रंट पेपर मिल कॉलोनी से पिकनिक स्पॉट तक शहरी क्षेत्र में विकसित किए जाएंगे.
बनाई गई थी योजना कमिश्नर ने कहा कि इसके लिए अक्टूबर महीने में ही एक कार्ययोजना बनाई गई थी, जिसमें कितनी प्रगति हुई, इस मामले में अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गई है. रिवर फ्रंट के लिए आर्किटेक्ट से खाका तैयार किया जा रहा है. एक सप्ताह के अंदर अपने इसकी जानकारी दी जाएगी.
नाले का गिर रहा पानी
शहरी क्षेत्र में इसके दोनों तरफ अतिक्रमण का बोलबाला है, जिसे समय आने पर दुरुस्त किया जाएगा. मुकेश मेश्राम ने बताया कि इस समय कुकरैल नदी में करीब 13 नाले गिर रहे हैं, उसे रोका जाएगा. आने वाले समय में नालों का पानी न गिरे इसके लिए उचित प्रबंध किए जाएंगे.
पेपर मिल कॉलोनी में स्थान का चयन कर लिया गया है, इसके लिए डीपीआर भी तैयार हो गया है. वहीं रिवर फ्रंट के दूसरी ओर से सिक्स लेन भी बनाई जाएगी. इसके लिए 100 करोड़ का बजट तैयार हो गया है.
-मुकेश मेश्राम, कमिश्नर