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नगर निगम कर्मचारी के रिटायरमेंट का नहीं हुआ भुगतान, धरने पर बैठी पत्नी - रिटायर्ड कर्मचारी पर गिरा फालिज का अटैक

लखनऊ नगर निगम के अधिकारियों की लापरवाही से रिटायर्ड कर्मचारी का भुगतान न होने से परेशान उसकी पत्नी नगर आयुक्त कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गई. रिटायर्ड होने के बाद भी अधिकारी पेमेंट का भुगतान नहीं कर रहे हैं. पति पर फालिज का अटैक पड़ा है. घर में भुखमरी के हालात है. फिर भी अधिकारी सुनवाई नहीं कर रहे हैं.

नगर निगम कर्मचारी के रिटायरमेंट का नहीं हुआ भुगतान
नगर निगम कर्मचारी के रिटायरमेंट का नहीं हुआ भुगतान

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Published : Nov 21, 2021, 2:37 PM IST

लखनऊ: लखनऊ नगर निगम के अधिकारियों की लापरवाही से रिटायर्ड कर्मचारी का भुगतान न होने से परेशान उसकी पत्नी नगर आयुक्त कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गई. रिटायर्ड होने के बाद भी अधिकारी पेमेंट का भुगतान नहीं कर रहे हैं. पति पर फालिज का अटैक पड़ा है. घर में भुखमरी के हालात है. फिर भी अधिकारी सुनवाई नहीं कर रहे हैं. दरअसल, राजधानी लखनऊ के लालबाग स्थित नगर निगम मुख्यालय में रिटायर्ड कर्मचारी की पत्नी नगर आयुक्त कार्यालय के बाहर चादर डालकर धरने पर बैठ गई.

कर्मचारी की पत्नी शशि देवी ने बताया कि उनके पति जोन-दो में द्वितीय श्रेणी कर निरीक्षक के पद पर तैनात थे. 30 सितंबर, 2021 को उनका रिटायरमेंट हो गया था. रिटायरमेंट के बाद भी उनके पति को उनकी सेवाओं का भुगतान नहीं किया जा रहा है. जिसके लिए वह लगातार दो महीने से क्षेत्रीय अधिकारी के चक्कर लगा रहे हैं. मगर उनका ही विभाग अपने कर्मचारी का भुगतान करने में आनाकानी कर रहा है.

नगर निगम कर्मचारी के रिटायरमेंट का नहीं हुआ भुगतान

रिटायर्ड कर्मचारी पर गिरा फालिज का अटैक

फालिज का अटैक पड़ने की सूचना के बाद भी अधिकारी रिटायर्ड कर्मचारी के हाल पर तरस नहीं खा रहे हैं. वहीं, पीड़ित परिवार भुखमरी के कगार पर पुहंच गया है. पीड़ित कर्मचारी की पत्नी शशि देवी ने बताया कि रिटायरमेंट के बाद उनके पति पर फालिज का अटैक पड़ गया. पति चलने फिरने में पूरी तरह से असमर्थ हैं. पीएफ, पेंशन ग्रेच्युटी, अर्जित अवकाश, सामूहिक जीवन बीमा, भविष्य निधि का भुगतान अभी तक नहीं किया गया है.

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जिसकी वजह से घर में भुखमरी के हालात हैं. रिटायर हो चुके हैं पति का इलाज भी सही तरीके से नहीं हो पा रहा है. आगे उन्होंने बताया कि जोन दो के अधिकारी राशिद अकरम से वे कई बार मदद की गुहार लगा चुकी हैं. मगर वे फाइल को आगे ही नहीं बढ़ा रहे हैं. वहीं, नगर आयुक्त अजय त्रिवेदी ने बताया कि मामला संज्ञान में आने के बाद तत्काल कर्मचारी की पत्नी को पीएफ का भुगतान किया गया है. उन्हें 8 लाख की धनराशि का चेक भी दे दिया गया है.

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