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किसान के जाली हस्ताक्षर बनाकर लिखा ली करोड़ों की जमीन, कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज

सरोजनीनगर थाना क्षेत्र के अमौसी गिंदन खेड़ा निवासी किसान रामखेलावन के अशिक्षित होने के फायदा और जाली हस्ताक्षर बनाकर रियल एस्टेट कंपनी के संचालकों ने उसकी 2 करोड़ 75 लाख की जमीन की रजिस्ट्री करा ली. किसान को पता चला तो उसे पुलिस से गुहार लगाई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. इसके बाद अब कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया है.

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Published : Dec 29, 2022, 11:03 AM IST

लखनऊ : रियल एस्टेट कंपनी के संचालकों (real estate company operators) द्वारा एक किसान से 2 करोड़ 75 लाख की ठगी का मामला सामने आया है. रियल एस्टेट कंपनी के संचालकों ने किसान के फर्जी हस्ताक्षर बनाकर कम जमीन की जगह ज्यादा जमीन अपने नाम करा ली. इस बात शिकायत पीड़ित किसान ने थाने में लगाई, लेकिन सुनवाई नहीं हुई. इसके बाद किसान ने कोर्ट की शरण ली. कोर्ट के आदेश के बाद अब वजीरगंज पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू की है.

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow, the capital of Uttar Pradesh) के अमौसी गिंदन खेड़ा निवासी किसान रामखेलावन (Amausi Gindan Kheda resident farmer Ramkhelavan) ने वाजीरगंज थाने पर शिकायत की श्रीराम सावित्री बिल्डर्स (Shriram Savitri Builders) के निदेशक तरंग कुमार ने जमीन खरीदने के लिए उनसे संपर्क किया था. रियल एस्टेट कंपनी (real estate company) में तरंग के साथ कन्हैया लाल रस्तोगी, दुर्गेश कुमार और आरएन खान भी शामिल थे. आरोपियों ने किसान के अशिक्षित होने का फायदा उठाते हुए जमीन खरीदने के नाम पर कई कागजों पर हस्ताक्षर करवाए. बैनामे के कागज अंग्रेजी में तैयार कराए गए थे. ऐसे में वह उसमें लिखी बात को समझ नहीं पाया और वह लोग जैसा कहते गए किसान रामखेलावन वैसा ही करता गया.

किसान रामखेलावन के अशिक्षित होने का फायदा उठाते हुए आरोपियों ने राम खेलावन के हस्ताक्षर से मिलते हुए फर्जी हस्ताक्षर बना कर नया बैनामा तैयार कर खेत का कुछ हिस्से की जगह पूरा खेत अपने नाम कर लिया और 2 करोड़ 75 लाख की जमीन रियल एस्टेट कंपनी के नाम पर करा ली. जबकि केवल 22 लाख रुपए ही दिए गए. बाकी रुपये मांगने पर उसे धमकी दी गई. परेशान होकर राम खेलावन ने जमीन बेचने का बैनामा निरस्त कराने की प्रक्रिया शुरू की. तब पता चला कि जमीन तो पहले ही रियल एस्टेट कम्पनी के नाम पर हो गई है. इसके बाद पीड़ित ने थाने से लेकर मुख्यमंत्री तक शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. थक हारकर पीड़ित किसान ने कोर्ट की शरण ली. कोर्ट ने वजीरगंज पुलिस को तत्काल मुकदमा पंजीकृत करने के आदेश दिए. कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर लिया है. थाना प्रभारी मनोज कुमार मिश्रा (Police station in-charge Manoj Kumar Mishra) के मुताबिक कोर्ट के आदेश पर चार लोगों के खिलाफ तरंग कुमार, कन्हैया लाल रस्तोगी, दुर्गेश कुमार और आरएन खान के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. पूरे मामले की जांच पड़ताल की जा रही है.

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