लखनऊ: राज्यपाल राम नाईक और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने लोकभवन में कामगारों के लिए प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन पेंशन योजना का लोकार्पण किया. इस मौके पर योजना का पंजीकरण कराने वाले 10 कामगारों को कार्ड दिए गए. वहीं आज इस योजना की शुरुआत पीएम मोदी ने गुजरात में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान की. इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य, राज्य मंत्री मनोहर लाल मन्नू कोरी और मुख्य सचिव डॉ. अनूप चंद पांडे समेत अन्य लोग उपस्थित रहे.
इस अवसर पर राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि गरीबों के जीवन में आज सूर्योदय हो रहा है. राज्यपाल ने कहा कि गरीब व्यक्ति को 60 साल की उम्र के बाद अपने ही बेटे के सामने हाथ फैलाना पड़ता है, लेकिन अब इस योजना के बाद उनके जीवन में भी इस प्रकार की बात नहीं होगी. यही वजह है कि यह सम्मान देने वाली योजना है. राज्यपाल ने कहा कि बर्तन धोने वाली हो या सड़क पर बैठकर मोची का काम करने वाले, मेहनत करने वालों के लिए भारत सरकार की ओर से गारंटी है कि उन्हें पेंशन दी जाएगी.
राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि भारत सरकार इस योजना के तहत आपकोसुरक्षा दे रहीहै.अगर दुनिया के किसी भी देश की तुलना भारत के साढ़े चार साल से की जाए तो इतने कम समय में इतनी विकास परियोजनाएं किसी भी देश में शुरू नहीं कीगई. वहींडिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति की चिंता की है.चाहे वह उज्जवला योजना हो या फिर जनधन योजना.अब किसानों के लिए शुरू की गई योजना हो या कामगारों के लिए यह पेंशन योजना.सब में प्रधानमंत्री की नीति और नियत साफ दिख रही है. डिप्टी सीएम ने कहा कि विपक्ष इन योजनाओं में भी आलोचना करने का काम कर रहा है.ऐसी योजनाओं की सबको मिलकर सराहना करनी चाहिए.
प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना के लोकार्पण कार्यक्रम में दीप प्रज्वलित करते राज्यपाल और डिप्टी सीएम वहीं कार्यक्रम में श्रमएवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि जब अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति की चिंता की जाएगी और उसके अधिकार मिलेंगे तब ही सच्चालोकतंत्र स्थापित हो सकेगा.स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा अम्बेडकर, राजेन्द्र प्रसाद और पंडित दिन दयाल उपाध्याय के सपने को साकार करने का यदि किसी ने काम किया तो वह पीएम मोदी की सरकार ने किया है.देश में लोग गरीबी हटाओ का नारा देते थे,राजनीतिक मुद्दा बना-बनाकर गरीबों का अपमानित करने का काम किया करते थे, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने गरीबों के सपने कोसाकार किया है.
- प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन पेंशन योजना मेंअसंगठित क्षेत्र के 18 से 40 वर्ष की आयु के श्रमिकों को मिलेगा लाभ
- असंगठित क्षेत्र के जिन श्रमिकों की मासिक आय 15 हजारसे अधिक उनको नहीं मिलेगा लाभ
- 15 हजार से कम आय वालेश्रमिकों को मिलेगा योजना का लाभ
- जो कर्मचारी भविष्य निधि, कर्मचारी राज्य बीमा निगम और राष्ट्रीय पेंशन योजना के सदस्य नहीं हैं उन्हीं का होगा नामांकन
- योजना का लाभ लेने के लिए असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को 56 से 200 रुपयेप्रतिमाह देना होगा
- 60 वर्ष की आयु पूरीकरने के बाद3000 प्रतिमाह मिलेगी पेंशन
प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन पेंशन योजना में नामांकन की प्रक्रिया सरल रखी गई है.असंगठित श्रमिकों को आधार कार्ड और बचत खाता पासबुक के साथ जन सेवा केंद्र मेंनामांकन करना है.आवेदन पत्र के समस्त विवरण श्रमिक द्वारा की गई स्व घोषणा के आधार पर भरे जाने हैं.इसके अलावा श्रमिक कोअन्य किसी भी प्रकार का कोई प्रमाण पत्र प्रस्तुत नहीं करना है. 18 से 40 आयु के25 करोड़ असंगठित कामगार हैं. वहींयूपी में करीब पांच करोड़ लोग ऐसे हैं जो इसका लाभ ले सकते हैं.