लखनऊ: पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के कारण उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में शुक्रवार को तेज हवा चलने के साथ ही कहीं हल्की व कहीं जोरदार बारिश हुई. कानपुर सहित कुछ इलाकों में ओले गिरे. मार्च में तीसरी बार सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम परिवर्तन हुआ है. लगभग पूरे उत्तर प्रदेश में इसका असर देखने को मिला. कहीं छिटपुट बारिश तो कहीं भारी बारिश के कारण किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
16 मार्च से 22 मार्च तक हुई बारिश व ओलावृष्टि ने किसानों की कमर तोड़ दी. वहीं, एक बार फिर सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ के कारण 30 मार्च से ही उत्तर प्रदेश में छिटपुट बारिश का सिलसिला शुरू हुआ जो कि शुक्रवार को और अधिक तेज हो गया. मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ का असर धीरे-धीरे कम हो रहा है. आज भी पूर्वी तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आइसोलेटेड स्थानों पर हल्की बारिश और कहीं मध्यम बारिश होने के साथ ही ओलावृष्टि की भी संभावना है.
अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कमी
पहाड़ों से आ रही पश्चिमी हवाओं तथा बारिश व ओलावृष्टि के कारण ज्यादातर जिलों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में 5 से लेकर 8 डिग्री सेल्सियस तक की कमी दर्ज की गई.
राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को सुबह 6 अचानक जोरदार हवा चलने के साथी बादल आसमान में छा गए. देखते ही देखते जोरदार बारिश शुरू हुई, जोकि लगभग 1 घंटे तक जारी रही. इसके बाद दिन में मौसम साफ रहा और तेज धूप निकली. शाम को लगभग 6 बजे एक बार फिर मौसम ने करवट ली और जोरदार बारिश हुई. बारिश का सिलसिला शुक्रवार देर रात को भी जारी रहा. इसके अलावा कानपुर में भी जोरदार बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई. राजधानी में गुरुवार को जहां अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. वहीं, शुक्रवार को अधिकतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस घटकर 30 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. यह सामान्य से 5 डिग्री सेल्सियस कम है. वहीं, न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार राजधानी लखनऊ में शनिवार को कुछ स्थानों पर हल्के बादल छाए रहेंगे.
इन जिलों में हुई बारिश
पिछले 24 घंटे में उत्तर प्रदेश के अमेठी में 2 मिलीमीटर, अयोध्या में 1.6, बहराइच में 3, बाराबंकी में 4, भदोही में 2, गाजीपुर में 1, हरदोई में 2, कानपुर नगर में 4, लखनऊ में 5, खीरी में 2, रायबरेली में 2, सीतापुर में 2, सोनभद्र में 5, वाराणसी में 1, आगरा में 5, अलीगढ़ में 5, अमरोहा में 8, बागपत में 16, बरेली में तीन, बिजनौर में 8, बुलंदशहर में 8, गौतम बुद्ध नगर में 2, गाजियाबाद में 14, हापुर में 7, हाथरस में 3, कासगंज में 2, ललितपुर में 1, मैनपुरी में 1, मथुरा में 3, मेरठ 15, मुजफ्फरनगर में 16, पीलीभीत में 5, संभल में 5, रामपुर में 2 और सहारनपुर में 10 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई.
मार्च में 185 प्रतिशत अधिक हुई बारिश
1 मार्च से लेकर 31 मार्च तक अनुमान बारिश 8.7 मिलीमीटर के सापेक्ष 24.8 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई, जो सामान्य से 185% अधिक है. पूर्वी उत्तर प्रदेश में अनुमान बारिश 7.5 मिलीमीटर के सापेक्ष 19 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई, जो सामान्य से 155% अधिक है. वहीं, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अनुमान बारिश 10.5 मिलीमीटर के सापेक्ष 32.9 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई, जो लगभग सामान्य से 213% अधिक है.
मौसम वैज्ञानिक मोहम्मद दानिश ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ का असर शनिवार से कम हो रहा है. इसके कारण आज उत्तर प्रदेश के आइसोलेटड स्थानों पर हल्की बारिश होने के साथ ही कुछ इलाकों में ओलावृष्टि की संभावना है. 3 अप्रैल से पश्चिमी विक्षोभ का असर लगभग समाप्त हो जाएगा. इसके बाद अधिकतम और न्यूनतम तापमान में वृद्धि दर्ज की जाएगी.
पीलीभीत में शुक्रवार को मौसम में बदलाव हुआ. जिले भर के तमाम इलाकों में तेज मूसलाधार बारिश के साथ हवाएं चलने से किसानों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा. वहीं, देखते ही देखते जिले भर के तमाम इलाकों में ओलावृष्टि भी होने लगी, जिससे खेतों में खड़ी गेहूं, मटर, सरसों जैसी फसलों को भारी नुकसान पहुंचा जिले के सराय सुंदरपुर गांव में स्थित टोल प्लाजा पर लगा टिनशेड भी शुक्रवार देर रात आंधी के कारण क्षतिग्रस्त होकर नीचे गिर पड़ा. हादसे के दौरान टोल से गुजर रहा एक डीसीएम चालक घटना का शिकार होने से बाल-बाल बच गया. दूसरी तरफ टोल प्लाजा पर बैठे कर्मचारी भी घटना के दौरान सुरक्षित बच गए.
टिनशेड क्षतिग्रस्त होकर नीचे गिरने से टोल प्लाजा का काम ठप हो गया. इसके बाद एनएच 730 पर स्थित सराय सुंदरपुर गांव से गुजरने वाले तमाम वाहन टोल प्लाजा पर बिना टोल टैक्स दिए ही गुजरते नजर आए. इसके अलावा हाईवे समेत जंगल के तमाम इलाकों में आंधी के कारण सड़कों पर पेड़ टूटकर गिर गए, जिसके कारण जिले भर में जगह-जगह यातायात भी प्रभावित रहा.
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