लखनऊ : उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के रेलवे अधिकारी भी रेलवे बोर्ड की क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति (जेडआरयूसीसी) के फर्जी सदस्य की खातिरदारी करते रहे हैं. हाल ही में अयोध्या सर्किट हाउस में जिस महाठग अनूप चौधरी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है वह लखनऊ में रेलवे अधिकारियों से अपनी खूब आवभगत कराता रहा है. वर्ष 2021-22 में महाठग अनूप फर्जी रेलवे बोर्ड सलाहकार समिति के सदस्य तौर पर लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन का दौरा भी कर चुका है. फ्रॉड अनूप चौधरी ने कई निर्देश भी अधिकारियों को दिए थे. अब जब वह स्पेशल टास्क फोर्स की गिरफ्त में आया है तो रेलवे अधिकारियों के भी माथे पर पसीना आ रहा है. उन्हें डर सता रहा है कि कहीं इस सिलसिले में उनसे भी पूछताछ न हो जाए. फर्जी सदस्य के कारनामों की अब रेलवे में खूब चर्चा है, लेकिन कोई भी अधिकारी सामने आकर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.
अधिकारी भी नहीं भांप पाए महाठग अनूप चौधरी का दांव : महाठग अनूप चौधरी रेलवे बोर्ड का फर्जी सदस्य बना था. खूब तामझाम और सिक्योरिटी लेकर अपने साथ चलता था जिससे रेलवे के अधिकारी समझ ही नहीं पाते थे कि वह फर्जी सदस्य भी हो सकता है. उसके भौकाल में आकर उसकी हां में हां मिलाने लगते थे. वर्ष 2021 से लेकर 2023 तक अनूप चौधरी ने उत्तर प्रदेश में उत्तर रेलवे के कई स्टेशनों का निरीक्षण किया. इनमें लखनऊ का चारबाग रेलवे स्टेशन भी शामिल था. स्टेशन पर आने से पहले ही रेलवे के सीनियर अफसरों से फोन करा लेता था और उसकी आते ही आवभगत शुरू हो जाती थी. बाकायदा स्टेशन का निरीक्षण करता था और दिशा निर्देश भी जारी करता था. रेलवे कर्मचारियों पर खूब रौब भी झाड़ता था. यहां पर रुकने की व्यवस्था भी रेलवे की तरफ से ही की जाती थी. खाने पीने और जो भी शौक होते थे वह भी पूरे किए जाते थे. खानपान सेवा, सफाई, टिकट सिस्टम, पार्सल घर सहित कई सेवाओं में खामियां निकालकर रेलवे कर्मचारियों को फटकार भी लगाता था. उत्तर रेलवे के विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि अनूप चौधरी ने डीआरएम कार्यालय में परामर्शदात्री समिति की बैठक में भी कई बार हिस्सा लिया.