लखनऊ:पंचायत चुनाव के चौथे और अंतिम चरण के लिए हुए मतदान में भी छिटपुट घटनाएं हुईं. राज्य निर्वाचन आयोग से मिली जानकारी के अनुसार, सभी 17 जिलों में 75.38 फीसद मतदान हुआ. छह बजे तक मतदान केंद्रों में पहुंचे मतदाता देर शाम तक मतदान करते रहे.
अव्यवस्था के बीच हुआ मतदान
पूर्व की तरह की तरह चौथे चरण में भी कुछ जिलों में मतदान के दौरान अव्यवस्था की जानकारी राज्य निर्वाचन आयोग को मिली, लेकिन खबर लिखे जाने तक आयोग द्वारा कोई कार्रवाई किये जाने की जानकारी नहीं दी गई. कई जिलों में उपद्रव और हिंसक घटनाएं भी हुईं. ज्यादातर जिलों में सोशल डिस्टेंसिंग की भी खूब धज्जियां उड़ाई गईं. बावजूद इसके राज्य निर्वाचन आयोग ने शांतिपूर्ण मतदान कराए जाने का दावा किया है.
इन जिलों में पांच बजे तक इतना हुआ मतदान
- बुलंदशहर - 62.66
- हापुड़- 65
- संभल- 67
- शाहजहांपुर- 65.50
- अलीगढ़ - 62
- मथुरा - 63.61
- फर्रुखाबाद- 64
- बांदा - 51.6
- कौशांबी- 56.5
- सीतापुर - 62.02
- अंबेडकरनगर - 60.12
- बहराइच- 61.71
- बस्त - 62.35
- कुशीनगर- 60.36
- गाजीपुर- 60.32
- सोनभद्र- 55.84
- मऊ - 59.29
चौथे चरण में इतने पोलिंग बूथ और इतने मतदाता
गुरुवार को 17 जिलों में हुए मतदान के लिए 48 हजार 460 पोलिंग बूथ बनाए गए थे. जबकि सभी जिलों में दो करोड़ 98 लाख 21 हजार 443 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने वाले थे. शांतिपूर्ण निष्पक्ष और पारदर्शी मतदान कराने को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग की तरफ से विस्तृत दिशा-निर्देश दिए गए थे.
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मतदान कराने के लिए इतने अधिकारी और कमर्चारी लगे थे ड्यूटी में
चौथे चरण का चुनाव व्यवस्थित तरीके से संपन्न कराने को लेकर सभी जिलों में 2 लाख 43 हजार 798 अधिकारी एवं कर्मचारियों को ड्यूटी में लगाया गया था. इनमें मुख्य रूप से 395 जोनल मजिस्ट्रेट, 2665 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 16 निर्वाचन अधिकारी जिला पंचायत सदस्य के लिए लगाए गए थे, जबकि 96 सहायक निर्वाचन अधिकारी जिला पंचायत सदस्य के लिए, 177 निर्वाचन अधिकारी क्षेत्र पंचायत सदस्य के लिए, 1599 सहायक निर्वाचन अधिकारी क्षेत्र पंचायत सदस्य के लिए, 208 निर्वाचन अधिकारी ग्राम पंचायत प्रधान के लिए एवं 2136 सहायक निर्वाचन अधिकारी ग्राम पंचायत प्रधान के लिए तैनात किए गए थे.