लखनऊ: सड़क हादसों में बढ़ते मौत के आंकड़ों पर सुप्रीम कोर्ट के द्वारा दिए गए आदेश का संज्ञान लेते हुए लखनऊ पुलिस यातायात नियमों के तहत संपर्क लेग गार्ड और क्रैश गार्ड लगाने वाले वाहन चालकों पर अभियान चलाकर कार्रवाई कर रही है. इसकी वजह से जिन गाड़ियों पर लेग गार्ड और क्रैश गार्ड, या बंपर लगा हुआ है. वह लोग पुलिस की इस कार्रवाई से बचने के लिए कोई और रास्ता अपना रहे हैं.
मॉडिफाइड गाड़ियों के खिलाफ पुलिस का अभियान. कार मॉडिफाई करने वाले व्यापारियों पर पड़ा इसका असर
पुलिस की इस कार्रवाई से गाड़ियों को मॉडिफाई करने वाले व्यापारियों पर भी इसका असर देखने को मिला है. जिसकी वजह से उनकी दुकानदारी कम तो हुई है. वहीं दूसरी ओर दुकानदारों ने दुकानदारी को कायम रखने के लिए नए विकल्प चुनें हैं. दुकानों पर ऐसे लेग गार्ड और फ्रंट गार्ड लाए गए हैं, जिससे कि एक्सीडेंट होते समय सामने वाले को उससे चोट न लग पाए.
कार मॉडिफाई करने वालेदुकानदार ने बताया कि यहां पर पूरे प्रदेश के सभी जनपदों से लोग गाड़ियों को मॉडिफाई कराने आते हैं. कुछ लोग आगे और पीछे दोनों साइड में बंपर लगवाते हैं. साथ ही अन्य सजावट के सामान भी लगवाते हैं, लेकिन ऐसे में लेग गार्ड और क्रैशगार्ड लगाना माननीय सुप्रीम कोर्ट ने बैन किया है. हम उस नियम को मानते हुए उसका पालन कर रहे हैं. साथ ही लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं. क्योंकि देखा गया था कि बंपर से लोगों को चोट लग जाती थी. सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला ठीक है, लेकिन इसका असर हम पर पड़ा है.
साथ ही दुकान पर कार मॉडिफाई कराने आए एक ग्राहक ने बताया कि हम लोग बंपर और लेग गार्ड गाड़ी की सेफ्टी के लिए लगवाते हैं. हमने आगे वाला बंपर नहीं लगवाया है. पीछे वाला बंपर इसलिए लगवाया है, क्योंकि कार, टैंपू, स्कूटर अन्य वाहन पीछे से गाड़ी में टक्कर मार देते हैं. जिससे गाड़ी में नुकसान हो जाता है.