लखनऊ: राजधानी के विभूति खंड थाना क्षेत्र में हुई गैंगवार में पुलिस लाल रंग की डस्टर कार की तलाश में जुटी है. सीसीटीवी फुटेज में पुलिस को घटनास्थल पर एक लाल रंग की डस्टर कार दिखाई दी है. गौरतलब है कि विभूति खंड स्थित कठौता चौराहे पर बुधवार की रात करीब 8:30 बजे हुए गैंगवार में अजीत सिंह की मौत हो गई. वहीं उसके साथी घायल मोहर सिंह ने पुलिस को बयान में बताया है कि वह लोग सड़क किनारे गाड़ी खड़ी कर खाने-पीने के लिए पास की दुकान से सामान खरीदने गए थे. खरीदारी करने के बाद दोनों कार की तरफ बढ़े. उसी दौरान आरोपी डॉक्टर और उसके 3 साथी वहां आ गए. चारों ने असलहे निकाल लिए और बिना मौका दिए एकाएक गोली चलानी शुरू कर दी. फायरिंग होते ही वह कार की तरफ भागा लेकिन अजीत को कई गोलियां लगने से वह मौके पर ही अचेत होकर गिर गया, जबकि उसकी बाईं जांघ पर गोली लगी है. पुलिस मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश में जुटी है.
लखनऊ गैंगवारः पुलिस लाल डस्टर की तलाश में जुटी
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हुए गैंगवार में पुलिस जांच में जुटी है. सीसीटीवी में एक लाल रंग की डस्टर कार दिखी है. पुलिस उस कार की तलाश कर रही है.
संदिग्ध कार दिखी
पुलिस ने बताया कि बुधवार की रात घटना करने के बाद बदमाश दो बाइक से भागे थे, जो सीधा अवध बस अड्डे पर पहुंचे. वहां बाइक खड़ी करके बदमाश पैदल ही कहीं चले गए. बदमाशों की तलाश के लिए पुलिस बस अड्डा, रेलवे स्टेशन, पार्किंग स्थल व भीड़भाड़ की जगह पर चेकिंग कर रही है. बदमाशों की तलाश में गुरुवार को दो बाइक मिली हैं, जिससे बदमाश आए हुए थे. बाइकों को कब्जे में लेकर जांच की जा रही है. वहीं पुलिस को देर रात एक सीसीटीवी फुटेज में लाल रंग की डस्टर कार संदिग्ध नजर आ रही है. उस पर भी पुलिस काम कर रही है.
पांच टीमें लगाईं
पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि विभूतिखंड थाना पुलिस के अलावा, इस घटना पर डीसीपी पूर्वी की 5 टीमें वारदात के खुलासे के लिए लगाई गई हैं. साथ ही इस घटना में एसटीएफ अलग से छानबीन कर रही है. पुलिस की दो टीमें आजमगढ़ व मऊ भेजी गई हैं. ये टीमें कुंटू व अखंड प्रताप सिंह से भी पूछताछ करेंगी. वहीं सूत्रों की मानें तो कठौता चौराहा स्थित घटनास्थल से लेकर लोहिया हॉस्पिटल तक विभूति खंड थाना पोस्टमार्टम हाउस तक कई रसूखदार मास्क लगाकर घूमते हुए नजर आए हैं. ये लोग एसयूवी कार में सुरक्षाकर्मियों संग थे. बताया जा रहा है एसयूवी में सत्ताधारी दल के झंडे भी लगे हुए थे. वहीं अजीत सिंह जल्द भाजपा में शामिल होने वाला था, इसकी भी लोगों में चर्चा तेजी से चल रही है.