लखनऊ: राजधानी की विभूति खंड पुलिस को मिली बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने दो जलसाजों को गिरफ्तार किया है. यह लोग खुद को जज बताकर थानों और ऑफिस में काम कराने के लिए दबाव बनाते थे.
राजधानी लखनऊ के विभूति खंड थाने के इंस्पेक्टर श्याम बाबू शुक्ला ने दो जालसाजों को गिरफ्तार किया है. दोनों जालसाज उच्च अधिकारियों के नाम का दुरुपयोग कर थानों और ऑफिस में फोन कर काम कराने के लिए दबाव बनाते थे. विभूति खंड पुलिस इनको जेल भेजने की तैयारी कर रही है. इन दोनों का नाम तौसीफ और रामेंद्र महातम है.
गिरफ्तार किए गए दोनों जालसाज थाने के विवेचक को व उच्च अधिकारियों को पंजीकृत मुकदमे में अंतिम रिपोर्ट लगवाने के लिए खुद को जज बताकर फोन करके दबाव बना रहे थे. और इसके एवज में मोटी रकम ले लेते थे. विभूति खंड थाने में पंजीकृत मुकदमा अपराध संख्या 832 / 19 घारा 406/420/504/506 में अभियुक्त तौसीफ हक ने विवेचक उप निरीक्षक अमरेंद्र कुमार यादव और उच्च अधिकारियों को खुद को जज बताकर फोन करना शुरू किया और वो मुकदमे में अंतिम रिपोर्ट लगाने के लिए दबाव बना रहा था.
पुलिस को शक हुआ तब सहायक पुलिस आयुक्त विभूति खंड के निर्देशन में प्रभारी निरीक्षक विभूति खंड ने एक टीम गठित की. जांच की गई और फर्जी जज तौसीफ हक और उसके सहयोगी समरेंद्र महातम राय को चिनहट तिराहे से गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस की पूछताछ में इन्होंने बताया कि जज के नाम से फोन करने पर अक्सर काम हो जाता था. इसलिए यह लोग उनके नाम का इस्तेमाल कर मुकदमों में फंसे व्यक्तियों से रुपयों की डील करके मुकदमा खत्म करा देते थे.