लखनऊ: राजधानी के कई इलाकों में अमृत योजना के तहत पाइपलाइन और सीवेज लाइन बिछाने का काम किया जा रहा है. इस कार्य को दिसंबर 2020 में ही पूरा हो जाना था, लेकिन कोविड के चलते कार्य पूरा नहीं हो सका. पाइपलाइन बिछाने के चलते सड़कों के गड्ढों से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
जाम की समस्या से लोग परेशान. आएदिन जाम की स्थिति
लखनऊ को स्मार्ट सिटी बनाने के अंतर्गत कई योजनाएं चलाई जा रही हैं. लखनऊ नगर निगम ने जल निगम को सीवेज की पाइपलाइन बिछाने और पेयजल की पाइपलाइन बिछाने का कार्य सौंपा है. इस काम को दिसंबर में ही पूरा हो जाना था, लेकिन अभी तक कार्य पूरा नहीं हो सका है. इससे लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. जगह-जगह सड़कें खुदी होने के कारण आएदिन जाम की स्थिति बनी रहती है.
क्या कहते हैं अधिकारी
जल निगम के अधिशासी अभियंता आरके अग्रवाल का कहना है कि निश्चित रूप से दिसंबर 2020 तक इस कार्य को पूरा हो जाना था, लेकिन कोविड के चलते कार्य पूरा नहीं हुआ. कहा कि आगामी मार्च तक शहर की सभी खराब पड़ी सड़कों की मरम्मत करा ली जाएगी. इसी को ध्यान में रखते हुए एक साथ कई जगह पर जल निगम कार्य भी कर रहा है.
कई हिस्सों में चल रहा काम
उनका कहना है कि जून 2021 तक शहर के कैसरबाग, लालबाग, रिवर बैंक कॉलोनी, महात्मा गांधी रोड, मेडिकल कॉलेज, पुराने लखनऊ सहित कई इलाकों में पाइपलाइन बिछाने से संबंधित कार्य को पूरा करा लिया जाएगा. साथ ही राजधानी के तीन हिस्सों में नालों का भी निर्माण कार्य किया जा रहा है, उन्हें भी ढका जाएगा. पेयजल की समस्या के लिए जहां पर भी प्रेशर कम है, वहां बढ़ाया जाएगा. ताकि राजधानी के लोगों को पेयजल की समस्या का सामना न करना पड़े.