लखनऊ:नया साल यानी एक जनवरी 2021 के पहले दिन को लोगों ने बड़े ही उत्साह और उमंग के साथ मनाया. लोगों को उम्मीद है कि साल 2020 में आई महामारी से 2021 में मुक्ति मिलेगी. ये साल नई उम्मीदों की पूर्ति और विश्वास से भरा होगा. कोरोना वायरस से बेपटरी हुई जिंदगी जल्द पटरी पर लौटेगी.
नए वर्ष के जश्न में दफन हुईं '2020' की कड़वी यादें, 2021 से ये हैं उम्मीदें
राजधानी लखनऊ में नए साल के जश्न को लोगों ने उत्साह के साथ मनाया. नए वर्ष 2021 से लोगों को काफी उम्मीदें हैं. लोगों का मानना है कि 2020 में जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई 2021 में होगी. स्कूल जाने वाले बच्चों को भी उम्मीद है कि अब सब कुछ सामान्य हो जाएगा और उन्हें स्कूल जाकर सामान्य तरीके से पढ़ाई करने का मौका मिलेगा.
दरअसल, साल 2020 कई मायनों में लोगों के लिए कष्टकारी रहा. कोरोना वायरस की वजह से लाखों जिंदगियों ने दुनिया को हमेशा-हमेशा के लिए अलविदा कह दिया. वहीं, कोविड की वजह से लागू किए लॉकडाउन में लाखों लोग बेरोजगार हो गए. व्यापार, नौकरियों और बच्चों की शिक्षा पर इसका बुरा असर पड़ा. महामारी से उपजे संकट में लोगों को मीलों चलकर अपने घर का रास्ता पैदल ही नापना पड़ा. इनमें से कई लोगों ने भूख-प्यास से व्याकुल होकर रास्ते में ही मौत को गले लगा लिया. हालांकि, अभी भी इस भयंकर त्रासदी से देश उबर नहीं पाया, लेकिन लोगों को इस नूतन वर्ष 2021 से आशा है कि एक बार फिर से जिंदगी पटरी पर लौट आएगी.
बच्चों को 2021 से हैं काफी उम्मीदें
2020 में बच्चों की पढ़ाई पर भी बुरा असर पड़ा है. कुछ स्कूलों ने ऑनलाइन पढ़ाई शुरू कर इसे पूरा करने का प्रयास किया, लेकिन संसाधनों के अभाव में ऑनलाइन पढ़ाई कुछ बच्चों तक ही सीमित रही. बच्चों को भी उम्मीद है कि 2021 में स्कूल खुलने से उन्हें स्कूल जाकर पढ़ाई करने का मौका मिलेगा. सभी को नए वर्ष से उम्मीद है कि पिछले साल जो त्राहिमाम मचा था, उससे 2021 में छुटकारा मिल जाएगा और नया वर्ष लोगों के लिए खुशहाली लेकर आएगा.
व्यापारियों को अच्छे व्यापार की उम्मीद
नए वर्ष के अवसर पर व्यापारियों को काफी उम्मीदें हैं. व्यापारियों का कहना है कि बीते साल 2020 में उनका व्यापार पूरी तरह चौपट हो गया था. 2021 नई उम्मीद लेकर आया है. यह वर्ष बीते वर्ष की तुलना में हम लोगों के लिए लाभदायक सिद्ध होगा.