लखनऊ: योगी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ODOP (एक जिला, एक उत्पाद) के उत्पाद अब प्रदेश के पेट्रोल पंपों पर भी मिलेंगे. इससे ओडीओपी योजना को नई उड़ान मिलेगी. पायलट प्रोजेक्ट के तहत सबसे पहले इंडियन ऑयल काॅरर्पोरेशन (IOC), लखनऊ के हुसड़िया और जियामऊ पेट्रोल पंप पर ओडीओपी के स्टॉल खाेले जाएंगे. इसके बाद प्रदेश में आईओसी जिन पेट्रोल पंपों को खुद संचालित कर रही हैं वहां पर भी ओडीओपी के उत्पाद मिलेंगे.
पहले लखनऊ में खोले जाएंगे स्टाल
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) विभाग के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने बताया कि ओडीओपी को बढ़ावा देने और इससे जुड़े स्थानीय कारीगरों, शिल्पकारों, कुम्हारों, बुनकरों आदि को नया प्लेटफॉर्म देने के लिए योगी सरकार हर संभव कोशिश कर रही है. इसी को ध्यान में रखते हुए इंडियन ऑयल काॅरर्पोरेशन के अधिकारियों के साथ बैठक की गई. बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रदेश में जिन पेट्रोल पंप को इंडियन ऑयल काॅरर्पोरेशन खुद संचालित कर रही है वहां पर ओपीओडी उत्पाद बेचने के लिए स्टॉल लगाए जाएंगे. पहले पायलट प्रोजेक्ट के तहत लखनऊ के हुसड़िया और जियामऊ पेट्रोल पंप पर स्टॉल खोले जाएंगे.
स्टैंडर्ड साइज के होंगे स्टॉल
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि पेट्रोल पंप पर ओपीओडी उत्पाद के स्टॉल स्टैंडर्ड साइज के होंगे लेकिन अभी इसके साइज को लेकर इंडियन ऑयल काॅरर्पोरेशन के अधिकारियों के साथ मंथन चल रहा है. जल्द ही इस पर निर्णय लेने के बाद स्टॉल खोले जाएंगे. वर्ष 2022-23 के आम बजट में पहली बार ओएसओपी (वन स्टेशन वन प्रोडक्ट) जिक्र हुआ था. इसी की तर्ज पर पेट्रोल पंप पर ओपीओडी उत्पाद बेचने की तैयारी हो रही है. इसका उद्देश्य प्रदेश के स्थानीय उत्पाद को खास पहचान दिलाने के साथ इसे एक स्थाई बड़ा बाजार उपलब्ध कराना है. इससे पारंपरिक शिल्प और छोटे उद्यमों को बढ़ावा तो मिलेगा ही साथ में रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे.