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लखनऊ: NRI भारतीयों ने भेजे देश को मार्मिक संदेश

अपने वतन की मिट्टी से प्यार करने वाले और देश के लिए फिक्रमंद लोग विदेश में रहकर भारत के लोगों को सुरक्षित रहने के संदेश दे रहे हैं. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन का पालन करने की बात कह रहे हैं.

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Published : May 21, 2020, 6:56 AM IST

विदेश से भारतीयों के लिए आया संदेश
विदेश से भारतीयों के लिए आया संदेश

लखनऊ: कोरोनावायरस की महामारी से इस वक्त पूरी दुनिया परेशान हैं. इससे कुछ देश तो काफी हद तक निपट चुके हैं तो वहीं कुछ देशों में इसका आंकड़ा अब भी लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में अपने देश से दूर काम के सिलसिले में विदेशों में रह रहे लोगों ने भारत के लोगों का आत्मबल बढ़ाने के लिए वीडियो के माध्यम से संदेश भेजे हैं. इनमें वह एक दूसरे की सहायता करने, सोशल डिस्टेंसिंग को अपनाने और सरकार की ओर से जारी की गई गाइडलाइंस को मानने की बात करते नजर आ रहे हैं.

विदेश से भारतीयों के लिए आया संदेश
भारतीय मूल के आशुतोष हॉलैंड में रहते हैं. उन्होंने अपने वीडियो में कहा है कि भारत के लिए वे यह संदेश देना चाहता है कि सावधानी बरतें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और मास्क लगाए रहें क्योंकि इन्हीं सब कदमों से यहां पर कोरोना को कम किया जा सका है. वह कहते हैं 15 मार्च को वे भी आने वाले थे मगर फ्लाइट कैंसिल होने के कारण वे नहीं आ सके. उन्होंने कहा कि उनके माता-पिता कानपुर में रहते हैं. वहीं वे इंतजार कर रहे हैं कि कब इंडिया में भी हालात अच्छे हो जाएं ताकि वे जल्द से जल्द इंडिया आ सकें.

आशुतोष कहते हैं कि सरकार के बजाय हमें खुद अपने आसपास के लोगों को एक दूसरे का ख्याल रखना होगा. सभी थोड़ा-थोड़ा ख्याल रखेंगे तो सब अपने आप ठीक हो जाएगा. वे बताते हैं कि हॉलैंड में लोगों ने अपने आसपास में ज्यादा मदद की है. यहां पर लोगों ने सकारात्मक सोच से काम किया है और इस वजह से इस देश में कोरोनावायरस को काफी हद तक कम किया जा चुका है.

नीदरलैंड्स में पढ़ाई कर रहे भारतीय मूल के छात्र सुशांत खरे कहते हैं कि वे जून में अपने घर लखनऊ आने वाले थे पर कोरोनावायरस की वजह से उनकी टिकट कैंसिल हो गई. उनका कहना है कि नीदरलैंड्स में पहले से हालात काफी बेहतर है. अभी वह देख रहे हैं कि भारत में लोग लॉकडाउन का पहले जैसे पालन नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि उनका संयम टूट रहा है. इस पर उन्होंने कहा कि वे संदेश देना चाहेंगे कि सब लोग सरकार की बात मानें. इस समय सरकार जो भी कह रही है उसे पूरी तरह से मानें. भारत में इस वक्त भी कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं तो ऐसे में अगर लोग घर पर रहेंगे और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करेंगे तो वे खुद भी कोरोनावायरस से बचे रहेंगे और अपने आसपास के लोगों को भी इससे बचा सकेंगे.

दुबई में रहने वाली मुक्तिका ठाकुर ने कहा कि कोरोनावायरस के चलते दुबई में भी लोगों की जीवन शैली में बहुत बड़ा बदलाव आया है. दुबई में भी लॉकडाउन किया गया था, जिसके कारण कोई घर से बाहर नहीं निकलता है. वहीं धीरे-धीरे सभी इस बात को मान रहे हैं कि यही सब के लिए बेहतर है. इसी के साथ वे अपनी जीवन शैली को नियमित करने की कोशिश कर रहे हैं.

उन्होंने बताया कि वे अपनी पूरी फैमिली के साथ रहती हैं. उनके दो बच्चे हैं, जिनकी ऑनलाइन क्लासेस चल रही हैं. उन्होंने बताया कि बच्चों की छुट्टियां जुलाई में होती हैं, इसलिए उन्होंने प्लान किया था कि वे जुलाई में भारत आएंगी पर फिलहाल कोरोनावायरस के चलते दूर-दूर तक कोई ऐसे आसार नजर नहीं आ रहे हैं कि अगले कुछ महीनों में वे भारत आ पाएंगी. वे बताती है कि पिछले 3 वर्षों से वे भारत नहीं आ पाई थी, इसलिए इस वर्ष वे आने के लिए बेहद उत्साहित थी. उन्होंने कहा कि वे भारत में रहने वालों के लिए संदेश देना चाहेंगी कि सभी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और अपने घर में भी जितना लोगों से दूर रह सकते हो उतना रहे क्योंकि यही समय की मांग है.


सात समंदर पार नीदरलैंड से ही विवेक गुप्ता और उनकी पत्नी मोना गुप्ता ने कहा कि वे नीदरलैंड में पिछले 20 वर्षों से रह रहे हैं, लेकिन लगातार भारत आते-जाते रहते हैं. विवेक मेरठ के रहने वाले हैं तो वहीं उनकी पत्नी का परिवार मथुरा में रहता है. वह कहते हैं कि यह काफी मुश्किल समय है. कोरोनावायरस वैश्विक महामारी बन चुका है, लेकिन नीदरलैंड्स में हालात काफी सुधार जा चुके हैं. यहां पर लोग सरकार की हर तरह की गाइडलाइंस को फॉलो कर रहे हैं और इसी वजह से कोरोनावायरस के संक्रमण के मामले अब घटते जा रहे हैं. वह कहते हैं कि उम्मीद है कि इंडिया में भी चीजें जल्द ही नियंत्रण में आ जाएं.


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