लखनऊ : पर्यटन के पटल पर चमक रही काशी में आवास विकास परिषद 929 एकड़ में नई आवासीय योजना विकसित करेगा. वाराणसी में नई टाउनशिप के लिए आवास विकास परिषद ने अपनी योजना तैयार की है. इसके लिए 10 गांवों में नई टाउनशिप विकसित करने के लिए जमीन चिन्हित की है. वाराणसी एयरपोर्ट के पास 374.27 हेक्टेअर में काशीद्वार भूमि विकास गृहस्थान एवं बाजार योजना नाम से इस योजना पर काम भी शुरू हो गया है. इसके साथ ही आवास विकास की जीटी रोड योजना के लिए नए मार्ग के निर्माण के लिए भी मंजूरी मिल गई है. इस सम्बंध में बुधवार को प्रमुख सचिव आवास नितिन रमेश गोकर्ण की अध्यक्षता में आवास विकास परिषद की 262वीं बोर्ड बैठक में निर्णय लिया गया. इसके अलावा बैठक में लखनऊ में दो आवासीय योजनाओं को मंजूरी सहित कई अहम प्रस्तावों पर मुहर लगी.
अपर आवास आयुक्त व सचिव डॉ. नीरज शुक्ला ने बताया कि लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट के विस्तारीकरण को देखते हुए एयरपोर्ट से 3 किलोमीटर की दूरी पर परिषद ने 374.27 हेक्टेअर में नई आवासीय योजना लांच करने की तैयारी की है. इसके लिए 10 ग्रामों की आंशिक भूमि को सम्मिलित करते हुए अधिग्रहण का प्रस्ताव बोर्ड ने पास कर दिया है. ग्राम समोगरा के 71, कैथोली के 123, चकइन्दर के 112, पुरारधुनाथपुर के 115, बसनी के 152, बहुतरा के 203 तथा जद्दूपुर के 124 गांवों के खसरों को मिलाकर कुल 1572 खसरों की 374.427 हेक्टेअर भूमि योजना में अधिगृहण के लिए प्रस्तावित है. इसमें 45.419 हेक्टेअर भूमि ग्राम सभा की भूमि के रूप में दर्ज है व 0.887 हेक्टेअर भूमि आबादी के रूप में दर्ज है.
जीटी रोड से जोड़ने के लिए निबिया के पास बनेगा नया रोड
परिषद की जीटी रोड बाईपास से योजना क्षेत्र तक पहुंच मार्ग मिलने में कठिनाई होती है. इसे देखते हुए एक नए मार्ग से जोड़ेगा. इससे यह योजना सीधे जीटी रोड से जुड़ जाएगी. योजना का पहुंच मार्ग और अच्छा हो जाएगा. इसके लिए निबिया गांव से पहुंच मार्ग के लिए कुल 26 खसरों की 4.8410 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित की जाएगी.
सचिव ने बताया कि बनारस में काशी विश्वनाथ मंदिर के पुररुद्धार के बाद वाराणसी शहर में दर्शानार्थियों व इस शहर में रहने के इच्छुक लोगों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है. वाराणसी में आवासीय मांग को देखते हुए योजना संचालित किया जाने का बोर्ड ने स्वीकृति दी है. सबसे बड़ी आवासीय योजना में अलग अलग व्यावसायिक गतिविधियों को भी शामिल किया जाएगा. इस योजना में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर होटल, मॉल और अन्य व्यावसायिक गतिविधियों का भी संचालन किया जाएग. इस योजना की काशी मंदिर से दूरी 30 किमी है जबकि रेलवे से 25 व बस स्टेशन से 27 किमी दूरी हैय जिला चिकित्सालय से 25.50 व कलेक्ट्रेट से 25 तथा उदय प्रताप डिग्री कॉलेज से 20 किलोमीटर दूर है. आवास विकास परिषद की ओर से बसाई जाने वाली टाउनशिप में अलग अलग क्षेत्र अधिसूचित किए जाएंगे. इसमें विकासकतार्ओं की मदद से बहुमंजिला इमारतों के निर्माण की भी योजना है. इसके अलावा कुछ इलाकों में भी भूखंड भी आवंटित किए जाएंगे. साथ ही होटल, मॉल, रेस्टोरेंट सहित अन्य व्यावसायिक गतिविधियों के लिए जमीनें मुहैया कराई जाएंगी.
उप्र आवास विकास परिषद के मुख्यालय में निदेशक मंडल की बैठक में भूमि विकास एवं गृहस्थान योजना संख्या-01 मोहनलालगंज लखनऊ प्रस्तावित की गई. जिसे बोर्ड ने मंजूरी दे दी. अपर आवास आयुक्त व सचिव डॉ. नीरज शुक्ला के अनुसार यह टाउनशिप पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के किनारे विकसित होगी. जिसके अन्तर्गत ग्राम चांद सराय, कासिमपुर बिरूहा, हबुआपुर, मोअज्जम नगर, सठवारा, सिद्धपुरा, भटवारा, पहाड़नगर टिकरिया, कबीरपुर, मगहुआ तथा बेली की 844.00 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित की जाएगी. करीब 10 हजार करोड़ रुपये जमीन अधिग्रहण पर खर्च होंगे. धारा-28 की नोटिस सात दिन में कर दी जाएगी. इसके बाद किसानों से संपर्क स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी. 29 लाख रुपये प्रति हेक्टेअर सर्किल रेट के आधार पर मुआवजे की रकम तय होगी.
मेट्रो कॉरिडोर के पास टीओडी जोन घोषित, मिश्रित भू उपयोग को हरी झंडी
आवास विकास अपनी इंदिरा नगर व वसुंधरा योजना गाजियाबाद में ट्रांजिट ओरिएंटेड डवलपमेंट स्कीम को लागू करेगा. इससे जुड़े प्रस्ताव को भी बोर्ड ने पास कर दिया है. इसके पास होने से मेट्रो रूट पर इंदिरानगर की आवास विकास कॉलोनी में मेट्रो कॉरिडोर से 500-500 मीटर की दूरी पर मिश्रित भू उपयोग किया जा सकेगा. लेखराज मेट्रो स्टेशन इंदिरा नगर सेक्टर ए ब्लाॅक से एचएएल होते हुए मुंशीपुलिया तक आवास विकास की काॅलोनी में मेट्रो रूट के किनारे आवासीय मकानों पर व्यावसायिक निर्माण हो सकेंगे. भूमि यहां के सेक्टर 4, 5, 6 व 7 का 152.27 हेक्टेयर, सेक्टर 1, 15, 16 का 78.34 हेक्टेयर तथा सेक्टर 8, 12, 13 व 14 का 74.74 हेक्टेयर क्षेत्रफल टीओडी जोन घोषित कर दिया गया है.