लखनऊ: लंबे इंतजार के बाद उत्तर प्रदेश रोडवेज को मिला नया एमडी
एक अरसे के बाद रोडवेज को उसके नये एमडी आखिरकार मिल ही गये हैं. इसके पहले बहुत बार ट्रांसपोर्ट कमिश्नर को ही एमडी का कार्यभार संभालना पड़ता था, जिससे कमिश्न्र के हिस्से में वर्कलोड ज्यादा होने से ट्रांसपोर्ट के बहुत से काम शेष रह जाते थे.
नया एमडी मिलने से अब सुधरेगी रोडवेज की छवि
लखनऊ: ढाई साल के लंबे अंतराल के बाद उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम को नया मुखिया मिला है. एमडी मृत्युंजय नारायण के बाद अब नए मुखिया के रूप में एमडी राजशेखर कार्यभार ग्रहण करेंगे. अब तक ट्रांसपोर्ट कमिश्नर को ही रोडवेज का अतिरिक्त एमडी का चार्ज दे दिया जाता था, जिससे काफी काम बाकी पड़े रह जाते थे. अब उम्मीद जताई जा सकती है कि रोडवेज की धूमिल हुई छवि में सुधार हो सकेगा. वहीं जो काम अरसे से रुके पड़े हैं उनको गति मिलेगी.
- वर्ष 2012 में पहली बार आईएस आलोक कुमार को ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के अलावा एमडी का दायित्व सौंपा गया.
- इसके बाद कई दफा सरकार ने ट्रांसपोर्ट कमिश्नर को ही एमडी बना दिया.
- वर्ष 2016 में आशीष कुमार गोयल को रोडवेज का एमडी बनाया गया था, लेकिन 3 ही महीने में उनकी वापसी हो गई.
- 23 फरवरी 2019 को धीरज साहू को ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के साथ साथ परिवहन निगम का प्रबंधक बनाया गया.
- 4 आईएएस अलग-अलग समय पर ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के साथ-साथ रोडवेज के एमडी का भी दायित्व निभाते रहे.
- फिलहाल रोडवेज के नये एमडी राजशेखर हैं.