लखनऊ: पवित्र महीना रमजान 25 अप्रैल यानी शनिवार से शुरू हो रहा है. इस साल कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए मुल्क में लॉकडाउन घोषित है. ऐसे में देश के मुस्लिम धर्मगुरुओं ने एक साथ मिलकर मुसलमानों से घरों में रहकर रमजान मनाने और इबादत करने की अपील की है.
मुस्लिम धर्मगुरुओं ने की अपील, रमजान में घर से ही करें इबादत - लखनऊ की ताजा खबर
वैश्विक महामारी कोविड-19 के खतरे को देखते हुए पूरे देश में इस वक्त लॉकडाउन घोषित है. वहीं पाक महीना रमजान शनिवार से शुरू हो रहा है. रमजान महीने के मद्देनजर मुस्लिम धर्मगुरुओं ने लोगों से घर में रहकर इबादत करने की अपील की है.
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रहमतों और बरकतों वाले महीने रमजान में बड़े पैमाने पर लोग रोजे रखते हैं. तरावीह के साथ मिलजुल कर इफ्तार भी करते हैं, लेकिन इस बार कोरोना के खतरे को देखते हुए बड़े मुस्लिम रहनुमाओं ने मुसलमानों से इबादत को घरों में ही रह कर करने को अपील की है, जिससे कोरोना वायरस जैसी महामारी से बचा जा सके और देश में लागू लॉकडाउन का पालन पूर्ण रूप से किया जा सके.
वैश्विक महामारी कोविड-19 के खतरे को देखते हुए पूरे देश में इस वक्त लॉकडाउन घोषित है. वहीं पवित्र महीना रमजान शनिवार से शुरू हो रहा है. रमजान महीने के मद्देनजर ईटीवी भारत के माध्यम से देश के सभी लोगों से इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के वरिष्ठ सदस्य मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने खास अपील की है.
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खालिद रशीद फरंगी महली ने बताया कि इस मुबारक महीने का चांद हिंदुस्तान में 24 अप्रैल यानी कि शुक्रवार को देखा जाएगा, जिसके नजर आते ही रात से तरावीह का एहतिमाम शुरू कर दिया जाएगा और अगले दिन यानी कि शनिवार को देश में पहला रोजा रखा जाएगा. मौलाना ने कहा कि यह अल्लाह का मुबारक महीना है और हर रोजेदार कि यह ख्वाइश होती है कि वह पूरे महीने रोजा रखे और अल्लाह की इबादत करें.