लखनऊ :रमजान के महीने में मतदान को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने दायर याचिका के आधार पर चुनाव आयोग से पूछा है कि क्या रमज़ान के दौरान पड़ने वाले तीन चरण के चुनाव को सुबह सात बजे से बदलकर सुबह पांच बजे से किया जा सकता है? इस मांग को मुस्लिम समुदाय के साथ मुस्लिम रहनुमाओं ने भी जायज बताया है.
रमजान के दौरान मतदान के समय में परिवर्तन करने की मांग का मुस्लिम समुदाय ने किया स्वागत - election commission
सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग से पूछा है कि क्या मतदान करने का समय सुबह सात बजे से बदलकर सुबह पांच बजे किया जा सकता है? इस पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने सुप्रीम कोर्ट की इस मांग का स्वागत किया है और विश्वास व्यक्त किया है कि चुनाव आयोग इस मांग को मान लेगा.
प्रतिक्रिया देेत मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली.
जानें, क्या कहा मुस्लिम रहनुमाओं ने
- मजहबी रहनुमा मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने सुप्रीम कोर्ट के इस सुझाव का स्वागत किया और चुनाव आयोग से मतदान के समय में परिवर्तन करने की मांग की है, जिससे गर्मी बढ़ने से पहले ही ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग आकर वोट डाल सकें.
- मौलान खालिद रशीद ने कहा कि इससे न सिर्फ मुसलमान बल्कि सभी मजहब के लोगों को इस तेज़ गर्मी से राहत मिलेगी और वह सुबह ही लाइन में लगकर वोट डाल सकेंगे, जिससे न सिर्फ हमारे शहर का बल्कि सभी जगह का वोट प्रतिशत भी बढ़ेगा.
- शिया सुन्नी एकता संघ के अध्यक्ष अबुल हसन हुसैनी ने भी सुप्रीम कोर्ट के द्वारा चुनाव आयोग को रमजान के महीने में मतदान पर दिए सुझाव का स्वागत किया है. उन्होंने कहा है कि इससे मतदान प्रतिशत बढ़ेगा. मुझे विश्वास है कि चुनाव आयोग पांच बचे से चुनाव कराने पर अपनी स्वीकृति दे देगा.