लखनऊ:प्रदेश के जिलों में नवरात्र के पावन पर्व पर महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा को लेकर जारी निर्देश को ध्यान में रखते हुए शनिवार सुबह 9:30 बजे महिला कल्याण मंत्री स्वाति सिंह और मंडलायुक्त रंजन कुमार ने गौतम पल्ली विक्रमादित्य मार्ग से मिशन शक्ति के तहत आठ एलईडी वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. जो सभी जिलों में जाकर लोगों को जागरूक करेंगी.
महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान, स्वालंबन के लिए एक विशेष अभियान 180 दिन का चलाया जाएगा. इस विशेष अभियान का नाम मिशन शक्ति होगा. जो 17 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक चलाया जाएगा. विशेष अभियान के माध्यम से महिलाओं एवं बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनने का प्रशिक्षण, सुरक्षा और सम्मान के प्रति जागरूकता प्रदान किए जाने की कार्य योजना बनाई गई है. इसको लेकर सभी थाना क्षेत्रों में लोगों को ध्वनि संदेश के माध्यम से जागरूक किए जाने संबंधी कार्यक्रम किए जाएंगे.
इस विशेष अभियान के तहत स्थानीय स्तर पर सामाजिक संगठन, विभिन्न महिला संगठनों, मीडिया और जागरूक समाज के द्वारा एक समिति बनाकर विभिन्न रोल मॉडल का चयन किया जाएगा. प्रत्येक जनपद से 100 रोल मॉडल का चयन किया जाएगा. विशेष अभियान का उद्देश्य महिलाओं एवं बालिकाओं को स्वावलंबी बनाना, उन्हें सुरक्षित परिवेश की अनुभूति कराना, जन जागरूकता पैदा करना और आत्मसुरक्षा की कला के लिए प्रशिक्षित करना है.
लखनऊ: नवरात्र के पहले दिन मिशन शक्ति अभियान का आगाज, जानिये क्यों है खास - मण्डलायुक्त रंजन कुमार
आज महिला कल्याण मंत्री स्वाति सिंह और मंडलायुक्त रंजन कुमार ने मिशन शक्ति अभियान के तहत आठ एलईडी वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. जो हर जिले में जाकर लोगों को जागरूक करेगी.
वहीं सभी जनपदों के प्रत्येक थानों और कार्यालयों में महिला हेल्प डेस्क स्थापित की जाएंगी. नवरात्र के दौरान बने पूजा स्थलों, पंडालों में लघु फिल्मों के माध्यम से गांव-गांव नुक्कड़ नाटकों का आयोजन किया जाएगा, जिससे द्वारा भ्रूण हत्या जैसी कुरीतियों पर लगाम लगाया जा सके और यह मैसेज हर परिवार तक पहुंचे.
मंडलायुक्त रंजन कुमार ने बताया कि इस विशेष अभियान मिशन शक्ति को लेकर शिक्षा विभाग और सरकार द्वारा संचालित संस्थाओं के अतिरिक्त अन्य संस्थाओं को भी सम्मिलित किया जाएगा. वहीं सभी बालक-बालिकाओं की अभियान में सहभागिता सुनिश्चित कराई जाएगी. साथ ही बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक व अन्य अधिकारियों और संबंधित संस्था के प्राचार्य की जिम्मेदारी सुनिश्चित की जाएगी.