लखनऊ: लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर सियासी पारा बढ़ता जा रहा है. बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने किसानों की मौत पर दुख जताते हुए बीजेपी सरकार पर हमला बोला है. मायावती ने कहा कि हमारी पार्टी मांग करती है कि इस घटना की न्यायिक जांच की जाए.
उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि- बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सांसद सतीश चंद्र मिश्र को रविवार देर रात लखनऊ में उनके निवास पर नजरबंद कर दिया गया जो अभी भी जारी है, ताकि उनके नेतृत्व में पार्टी का प्रतिनिधिमंडल लखीमपुर खीरी जाकर किसान हत्याकांड की सही रिपोर्ट न प्राप्त कर सके. यह अति-दुःखद व निंदनीय है.
मायावती ने दूसरा ट्वीट करते हुए कहा कि- यूपी के दुःखद खीरी काण्ड में भाजपा के दो मंत्रियों की संलिप्तता के कारण इस घटना की सही सरकारी जाँच व पीड़ितों के साथ न्याय तथा दोषियों को सख्त सजा संभव नहीं लगती है। इसलिए इस घटना की, जिसमें अब तक 8 लोगों के मरने की पुष्टि हुई है, न्यायिक जाँच जरूरी, बीएसपी की मांग.
क्या है पूरा मामला
बता दें कि, रविवार को लखीमपुर-खीरी में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का कार्यक्रम था. केशव प्रसाद मौर्य को लखीमपुर-खीरी में कुछ परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करना था. इसके बाद उन्हें केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्र के पैतृक गांव बनबीरपुर भी जाना था. डिप्टी सीएम के कार्यक्रम की जानकारी मिलने पर किसान नेता काले झंडे दिखाने के लिए इकट्ठा हुए थे, हालांकि केशव प्रसाद मौर्य के पहुंचने से पहले ही कुछ बीजेपी नेताओं और किसानों में बवाल हो गया. जानकारी के मुताबिक, मौके पर मौजूद बीजेपी नेताओं ने किसानों के ऊपर गाड़ी चढ़ा दी. इस हादसे में कई किसान घायल हुए हैं. खबर यह भी है कि किसानों ने तिकोनिया में डिप्टी सीएम के लिए बनाया गए हेलीपैड पर भी कब्जा जमा लिया है. अभी तक की जानकारी के अनुसार, इस बवाल में एक किसान की मौत भी हो गई है.