लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बुधवार का दिन बहुजन समाज पार्टी ( बीएसपी) के लिए मुसीबत भरा रहा. पार्टी के सात विधायकों ने बीएसपी के घोषित राज्यसभा प्रत्याशी रामजी गौतम का प्रस्तावक बनने से इनकार कर दिया. जबकि इन विधायकों ने 26 अक्टूबर से पहले विधानसभा सचिवालय में अपने को प्रस्तावक के तौर पर पेश किया था. मंगलवार को इन विधायकों ने रिटर्निंग ऑफिसर को एप्लिकेशन देकर खुद को प्रस्तावक के तौर से मान्य नहीं करने का आग्रह किया है.
श्रावस्ती की भिनगा सीट से बीएसपी विधायक मोहम्मद असलम अली ने भी खुद को प्रस्तावक के तौर पर पीछे कर लिया है. ईटीवी भारत से फ़ोन पर बातचीत में स्वीकार कि नामांकन के दिन प्रस्तावकों में सभी 7 विधायक शामिल थे. उन्होंने बीएसपी कैंडिडेट के भारतीय जनता पार्टी के परोक्ष समर्थन की खबर के बाद प्रस्तावक के तौर पर नाम वापस लेने का फैसला किया.
हमें जब यह पता चला कि बीएसपी के उम्मीदवार रामजी गौतम को भारतीय जनता पार्टी समर्थन कर रही है तो हमने प्रस्तावक से अपना नाम वापस करने का फैसला किया. हम भाजपा विरोधी हैं, अगर हमारे दल का उम्मीदवार भाजपा के सहयोग से राज्यसभा जाता तो हमारी अपने क्षेत्र में स्थिति खराब होती. हम क्षेत्र की जनता को कैसे मुंह दिखाते. हम कार्रवाई के लिए तैयार हैं. प्रस्तावक के तौर पर नाम वापसी का फैसला सोच-समझकर किया है. हमें किसी बात का कोई डर नहीं है.
- मोहम्मद असलम अली, बागी बीएसपी विधायक
बीएसपी कैंडिडेट का नामांकन रद होना आसान नहीं
विधायकों के बागी होने की जानकारी होने पर बीएसपी के सतीश चंद्र मिश्र सहित तमाम बड़े नेता विधानसभा पहुंचे और विधानसभा सचिवालय के अधिकारियों से बातचीत की. बीएसपी के वरिष्ठ नेता सतीश चंद्र मिश्र ने दावा किया कि नियमों के अनुसार नामांकन पत्र खारिज नहीं किया जा सकता है. बीएसपी कैंडिडेट रामजी गौतम के नामांकन पत्र में बीएसपी विधायकों ने हस्ताक्षर किए हैं. वह नामांकन के समय उपस्थित थे. यह संवैधानिक रूप से दलीय व्यवस्था के अंतर्गत आता है.
बीएसपी के बागी विधायक
1. हाकिम लाल बिंद- हंडिया (प्रयागराज)
हाकिम लाल बिंद 2017 में बीएसपी के टिकट पर पहली विधायक बने. 2010 में ग्राम प्रधान बने . 2014 में बीएसपी के लिए हंडिया विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी बने.उनकी शिक्षा ग्रैजुएशन तक की है. वह बिजनेसमैन भी रहे हैं
2. मुज्तबा सिद्दीकी- प्रतापपुर (प्रयागराज)