लखनऊ : लखनऊ में एक ऐसा अनोखा म्यूजियम है, जिसमें भारत में 40 हजार साल पहले भारत में पाए जाने वाले विशालकाय हाथियों के जीवाश्म संरक्षित है. इस म्यूजियम में मौजूदा हाथियों की तुलना में करीब 4 गुना बड़े हाथी के दांत, कंधे की हड्डी रखी है, जिनका वजन 50 से 100 किलो से अधिक है. इसके अलावा इस म्यूजियम में करोड़ों साल पुराने ऐसे जीवों के जीवाश्म संरक्षित हैं जो मौजूदा समय में धरती पर नहीं पाए जाते हैं. लखनऊ विश्वविद्यालय का यह म्यूजियम भूगर्भ विभाग में बना है. जहां पर आदिमानव तक के समय के जीवों के जीवाश्म को संरक्षित करके रखे हुए हैं.
Lucknow University Museum : यहां संरक्षित है जीवाश्मों का संसार, जानिए 40 हजार साल पुराने हाथी का दांत का इतिहास
लखनऊ विश्वविद्यालय के भूगर्भ विभाग में बने म्यूजियम (Lucknow University Museum ) में जीवाश्मों की बड़ी शृंखला संरक्षित है. पूर्व विभागाध्यक्ष व म्यूजियम के संस्थापक प्रोफेसर विभूति राय के अनुसार म्यूजियम में करोड़ों साल पहले धरती पर पाए जाने वाले जीवों और पाषाणों के अवशेष संरक्षित हैं. आम लोगों के अलावा शोधार्थीं यहां से अपने इतिहास की जानकारी हासिल करने के साथ अध्ययन कर सकते हैं.
3.54 मीटर लंबा है हाथी का दांत : म्यूजियम में 40 हज़ार साल पहले पाए जाने वाले स्टीगो डॉन हाथी का दांत मौजूद है. यह हाथी मौजूदा हाथियों की तुलना में लगभग 4 गुना बड़ा होता था. इसका वजह 10 हज़ार किलो का होता था. इस हाथी का बाहरी दांत का अवशेष म्यूजियम में रखा है, जो 3.54 मीटर लंबा है. इसके अलावा इसका मोलर टीथ (चबाने वाला दांत) भी रखा है, जिसका वजन 50 किलो से अधिक है. इसके अलावा इस म्यूजियम में डायनासोर के अंडों के जीवाश्म भी हैं. म्यूजियम में दो उल्कापिंड भी रखे हुए हैं. जो आम आदमी को ऐसे देखने को नहीं मिलेगा.