लखनऊ : वर्ष 2025 के जुलाई तक लखनऊ का चारबाग रेलवे स्टेशन एयरपोर्ट की मानिंद नजर आने लगेगा. इस स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का एयरपोर्ट यात्रियों की तरह ही पूरा ख्याल रखा जाएगा. अभी तक स्टेशन के अंदर प्रवेश करने या बाहर आने पर यात्रियों का एक ही रास्ता है जबकि अब एयरपोर्ट की तर्ज पर स्टेशन को इस तरह विकसित किया जाएगा कि आने वाले यात्री जाने वालों को डिस्टर्ब न करें और जाने वाले यात्री आने वालों को. यानी दोनों के रास्ते अलग हो जाएंगे. एयरपोर्ट की तरह ही यहां की जो नई बिल्डिंग बनेगी वह अत्याधुनिक होगी. इतना ही नहीं स्टेशन के अंदर यात्री सुविधाओं का खास ख्याल रखा जाएगा. अत्याधुनिक निर्माण कार्य में अंग्रेजों के जमाने की बनी चारबाग रेलवे स्टेशन की इमारत से कोई छेड़छाड़ नहीं की जाएगी. लखनऊ का कल्चर बरकरार रखा जाएगा.
जुलाई 2025 तक एयरपोर्ट जैसा नजर आएगा चारबाग रेलवे स्टेशन, यह होगी खासियत - लखनऊ रेलवे स्टेशन पर सुविधाएं
लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन को एयरपोर्ट की तर्ज पर सजाया संवारा जा रहा है. एयरपोर्ट की तरह बनाई जा रही नई बिल्डिंग में अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ ऐतिहासिक धरोहर को संजोने का भी ख्याल रखा जा रहा है. वर्ष 2025 के जुलाई तक लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन को संवारने का लक्ष्य रखा गया है.
आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का चारबाग रेलवे स्टेशन कैसा दिखेगा इसकी डिजाइन स्टेशन पर बनाकर रखी गई है. स्टेशन का पुनर्निर्माण इस तरह से कराया जा रहा है जिससे यात्रियों को स्टेशन आने पर सहूलियत मिल सके और रेलवे का आने वाले दिनों में बिजनेस भी बढ़ सके. रेलवे स्टेशन का नया आकार ग्रीन बिल्डिंग कांसेप्ट पर तैयार होगा. रेलवे के अधिकारी बताते हैं कि वर्तमान में जो अंग्रेजों के जमाने की बिल्डिंग है उस मौजूदा भव्य स्टेशन की विरासत और संस्कृति को बरकरार रखा जाएगा, जबकि कांशीराम स्मारक स्थल की ओर पीछे के प्रवेश में आधुनिक वास्तुकला का इस्तेमाल किया जाएगा.
मिलेंगी कई तरह की आधुनिक सुविधाएं
उत्तर रेलवे के अधिकारी बताते हैं कि स्टेशन के अत्याधुनिकीकरण में यात्री सुविधाओं का विशेष तौर पर ध्यान रखा जा रहा है. रीडेवेलप हो रहे चारबाग रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को जो विशेष सुविधाएं मिलेंगी. उनमें रेलवे स्टेशन से मेट्रो के साथ सीधी कनेक्टिविटी, कैब वे की तरफ जाने के लिए अंडरपास, बेसमेंट पार्किंग, सीसीटीवी कैमरे, एकीकृत भवन प्रबंधन प्रणाली,
सेंट्रली एसी कॉमन स्पेस यात्रियों के स्टेशन के अंदर और बाहर आने-जाने के अलग-अलग द्वार स्टेशन के बैक साइड में सेकंड एंट्री, एस्केलेटर की संख्या में बढ़ोतरी, लिफ्ट की संख्या में बढ़ोतरी और स्टेशन पर ट्रेन के इंतजार में यात्रियों के बैठने के लिए आरामदायक कुर्सियां और खानपान की बेहतर व्यवस्था शामिल हैं.
तोड़ी जा रही बिल्डिंग, बनाए जा रहे प्लेटफार्म
चारबाग रेलवे स्टेशन पर जो बिल्डिंग जर्जर हो चुकी है उन्हें तोड़ने का काम तेजी से किया जा रहा है. पार्सल घर की बिल्डिंग तोड़कर यहां पर नया निर्माण कराया जा रहा है साथ ही कैब वे की तरफ जाने वाले रास्ते पर दो नए प्लेटफार्म तैयार किए जा रहे हैं. यहां पर नई पटेरिया भी बिछाई जा रही हैं नए प्लेटफार्म बनने से ट्रेनों का आवागमन बेहतर हो सकेगा, साथ ही यात्रियों को ट्रेन के इंतजार के लिए दो प्लेटफार्म और मिलेंगे.
चारबाग से नहीं है मेट्रो की कनेक्टिविटी
वर्तमान में पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ जंक्शन से तो मेट्रो स्टेशन की सीधी कनेक्टिविटी है लेकिन उत्तर रेलवे के चारबाग रेलवे स्टेशन से मेट्रो दूर है. ऐसे में रेलवे स्टेशन के एकीकरण का कार्य किया जा रहा है. लखनऊ जंक्शन और चारबाग रेलवे स्टेशन एकीकृत हो जाने से चारबाग स्टेशन की मेट्रो स्टेशन से सीधी कनेक्टिविटी हो जाएगी. इससे रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से उतरने के बाद यात्री मेट्रो पकड़ सकेंगे और मेट्रो से सीधे चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंचकर ट्रेन पकड़ सकेंगे. इससे यात्रियों के समय की बचत होगी, साथ ही साधनों के अभाव में उन्हें भटकना भी नहीं पड़ेगा. रेलवे ने चारबाग रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का लक्ष्य 2025 रखा है. जब काम पूरा हो जाएगा तो रेलवे स्टेशन बिल्कुल अलग नजर आएगा.
उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधुरी का कहना है कि अगले छह से आठ माह में चारबाग रेलवे स्टेशन का स्ट्रक्चर दिखने लगेगा. इसे लोग अप्रिशिएट करेंगे कि स्टेशन कितना बेहतर बन रहा है. स्टेशन के पुनर्विकास के दौरान कुछ दिक्कतें जरूर आएंगी. जैसे पटरी स्लो डाउन हो जाएगी तो ट्रेनों का आवागमन थोड़ा कम हो जाएगा. काम शुरू हो चुका है. यहां के कार्यालय, यहां के स्ट्रक्चर को हटाकर उन्हें तोड़कर जो ऑफिस हैं और जो घर है उन्हें पहले शिफ्ट कराया जा रहा है. जुलाई 2025 तक रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का कार्य पूरा होने की संभावना है, लेकिन विजिबिलिटी पहले से ही दिखने लगेगी. बहुत अच्छे रूप में स्टेशन विकसित होगा. अगले 30 40 साल के लिए यह बेहतर हो जाएगा. यहां की हिस्ट्री और कल्चर से मिलता-जुलता डिजाइन होगा. मेजर डेवलपमेंट का काम कराया जाएगा. यात्री सुविधा जिसमें एस्केलेटर की व्यवस्था की जा रही है. फुटओवर ब्रिज, लिफ्ट और पार्किंग जैसी व्यवस्थाएं शामिल होंगी. एयरपोर्ट जैसा फील यात्रियों को आएगा इसी तरह से प्लानिंग की जा रही है. आने और जाने वाले यात्रियों के लिए अलग-अलग व्यवस्था की जा रही है. तमाम तरह की सुविधाएं स्टेशन पर आने वाले दिनों में यात्रियों को मिलेंगी.
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