लखनऊ : जिले की ग्रामीण पुलिस ने दस हजार के इनामी अपराधी सारंग सक्सेना को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. अपराधी सारंग सक्सेना सात वर्षों से फरार चल रहा था. सारंग पर रेलवे स्टेशनों को बम से उड़ाने की धमकी देने सहित कई जनपदों में फर्जीवाड़े के दर्जन भर से ज्यादा मामले दर्ज हैं. ग्रामीण इलाके की निगोहां पुलिस ने एसओजी और सर्विलांस टीम की मदद से सारंग को नगराम मोड़ से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की. सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार अपराधी सारंग का संबंध अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और बबलू श्रीवास्तव के साथ भी बताया जा रहा है.
एसपी देहात हृदेश कुमार ने बताया कि निगोहां थाने पर 2014 में एक मुकदमा दर्ज हुआ था. उन्होंने बताया कि सारंग ने अपनी बेटी के दोस्त को फंसाने के लिए एक स्थानीय नेता और दलित महिला का इस्तेमाल किया था. इन दोनों के साथ मिलकर बलात्कार सहित अन्य धाराओं में बेटी के दोस्त के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था. तत्कालीन थाना प्रभारी कैलाश नाथ यादव ने जांच के दौरान मामले को फर्जी पाया था.
इसके बाद सारंग सक्सेना सहित स्थानीय नेता और दलित महिला के खिलाफ साजिश रचने सहित अन्य संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था. इस मामले का आरोपी सांरग सक्सेना फरार चल रहा था और वह अपना नाम और पहचान बदलकर नोएडा और दिल्ली में रह रहा था. पुलिस ने फरार आरोपी सारंग की गिरफ्तारी के लिए दस हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था.
शातिर अपराधी सारंग के निगोहा थाना इलाके में होने की सूचना मिलने पर थाना प्रभारी जितेंद्र प्रताप सिंह और एसओजी प्रभारी अनूप सरोज के नेतृत्व में संयुक्त टीम बनायी गयी. नगराम मोड़ के पास घेराबंदी कर सारंग सक्सेना को पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया. एसपी ने बताया कि सारंग मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करता था. इस वजह से उसकी लोकेशन ट्रेस नहीं हो पाती थी. एसपी हृदेश कुमार ने सारंग सक्सेना को गिरफ्तार करने वाली टीम को इनाम देने की घोषणा की है.