लखनऊ :नगर निगम में अधिकारियों व कर्मचारियों के आने-जाने का कोई समय नहीं है. 29 नवंबर को नगर आयुक्त ने सुबह सवा 10 बजे जांच की तो मुख्यालय के 97 कर्मचारी, अधिकारी गायब मिले. अब नगर आयुक्त ने इन सभी का एक दिन का वेतन काटने का आदेश जारी किया है. नगर आयुक्त ने 29 नवंबर को अचानक सवा 10 बजे मुख्यालय के विभिन्न विभागों में कर्मचारियों व अधिकारियों की उपस्थिति की जांच की थी, जिसमें उन्हें कर्मचारियों की उपस्थिति काफी कम मिली. लेखा विभाग में ही सबसे अधिक कर्मचारी अधिकारी गायब मिले. इसके बाद मुख्य विभाग अधिष्ठान, इंजीनियरिंग विभाग जोन एक के अलावा महापौर कार्यालय में तैनात कर्मचारी भी गायब मिले. कई लेखाकार व लेखाधिकारी भी गायब मिले थे. लिपिक, प्रधान लिपिक भी नदारद मिले. कई बड़े अधिकारी भी दफ्तर नहीं आए थे. नगर आयुक्त इन्द्रजीत सिंह ने इन सभी का एक दिन का वेतन काट दिया है, हालांकि बड़े अधिकारियों को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है.
नगर निगम कार्यकारिणी स्थगित, अब 20 को होगी :महापौर सुषमा खर्कवाल ने 20 दिसंबर को नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है. पहले कार्यकारिणी की बैठक 15 दिसंबर को होनी थी, लेकिन अपरिहार्य कारणों से इसे स्थगित कर दिया गया है. 20 दिसंबर को होने वाली बैठक में अधिकतर नामकरणों के प्रस्ताव रखे गये हैं. कुछ महापुरुषों की मूर्तियां लगाने का भी प्रस्ताव है. इनमें हुसैनगंज चौराहे का नाम महाराणा प्रताप चौराहा होगा. लालकुआं से नाका चौराहा फ्लाईओवर गुरु गोविंद सिंह फ्लाईओवर के नाम से जाना जाएगा. गोमतीनगर रेलवे स्टेशन को अटल बिहारी वाजपेई के नाम से करने की भी मंजूरी मिलेगी. इनके अलावा राजाजीपुरम में चौराहे का नाम प्रज्ञान चंद्रयान-3 करने, इसका सुंदरीकरण करने का कार्यकारिणी में प्रस्ताव रखा गया है.