लखनऊ:उत्तर प्रदेश की राज्यपाल और केजीएमयू की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने संस्थान के लिए आखिरकार कुलपति की खोज कर ली है. लेफ्टिनेंट जनरल डॉ. विपिन पुरी को किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के नए कुलपति के रूप में कार्यभार सौंपा गया है. अगले 3 वर्षों तक लेफ्टिनेंट जनरल पुरी केजीएमयू के वाइस चांसलर पद पर नियुक्त रहेंगे. डॉ. विपिन पुरी भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के प्रोफेसर एमेरिटस भी रह चुके हैं.
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति प्रोफेसर एमएलबी भट्ट का कार्यकाल 14 अप्रैल 2020 को समाप्त होना था, लेकिन नए कुलपति का चयन न होने की वजह से प्रोफेसर भट्ट का कार्यकाल 3 महीने के लिए बढ़ा दिया गया था. हालांकि इसके बाद भी 14 जुलाई तक नए कुलपति का चुनाव न हो सका. फिर संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस के निदेशक प्रो. राधाकृष्णन धीमन को कार्यवाहक कुलपति के तौर पर केजीएमयू की कमान दे दी गई. इसके बाद केजीएमयू की इंटरनल सर्च कमेटी ने कुलपति चयन के लिए दोबारा कुछ नाम दिए, जिन पर चर्चा होनी शुरू हुई. एक अगस्त को इस चर्चा में लेफ्टिनेंट जनरल डॉ. विपिन पुरी के नाम पर मुहर लगा दी गई.
सर्जरी के क्षेत्र में अपने योगदान के लिए जनरल ऑफिसर को इंडियन एसोसिएशन ऑफ Pead Surgery द्वारा 2005 में एथिकॉन ट्रैवलिंग फेलोशिप अवार्ड से भी सम्मानित भी किया गया है. चिकित्सा पेशे में उनकी उत्कृष्टता के लिए जनरल पुरी को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा 'डबल हेलीकल नेशनल हेल्थ अवार्ड- 2017' से भी सम्मानित किया गया है.