लखनऊ:एरा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कोरोना संक्रमण के अंतिम मरीज को शनिवार को डिस्चार्ज किया गया. 37 दिन अस्पताल में गुजारने के बाद 65 वर्षीय अंजुम फातिमा की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद छुट्टी कर दी गयी है. इन 37 दिनों में जिंदगी और मौत से जूझने के बाद अंत में उन्होंने ने कोरोना को मात दे दी. एरा प्रसाशन ने एक भव्य समारोह आयोजित कर अंजुम फातिमा को सम्मानित कर उन्हें अस्पताल से विदाई दी गई.
कुछ यूं हुई एरा मेडिकल कॉलेज से अंतिम कोरोना संक्रमित मरीज की विदाई
यूपी के लखनऊ में स्थित एरा मेडिकल कॉलेज में भर्ती अंतिम कोरोना मरीज को शनिवार को विदाई दी गई. इसके लिए एरा प्रसाशन ने एक भव्य समारोह आयोजित कर अंजुम फातिमा को सम्मानित कर उन्हें अस्पताल से विदाई दी.
37 दिन बाद पूरी तरह स्वस्थ कर किया गया डिस्चार्ज
एरा मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने बताया कि कोरोना से संक्रमित होने के बाद अंजुम फातिमा को गत 14 जनवरी को एरा में भर्ती कराया गया था. वह काफी गंभीर अवस्था में थीं. कोरोना के साथ-साथ वह बीपी, शुगर और हृदय रोग से भी ग्रसित थीं. वह 10 दिन तक हाई रिस्क पर आईसीयू में थीं, लेकिन यहां के डॉक्टरों की कड़ी मेहनत के बाद उनमें सुधार होने लगा. 10 दिन बाद उन्हें एचडीयू में शिफ्ट किया गया, लेकिन उनकी रिपोर्ट लगातार पॉजिटिव आती रही. इस दौरान उनकी 10 से अधिक बार कोरोना जांच की गई. अंत में शुक्रवार को उनकी रिपोर्ट निगेटिव आ गई. 37 दिन बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. अब वे पूरी तरह स्वस्थ हैं.
बेटा बोला मां को मिली दूसरी जिन्दगी
विदाई कार्यक्रम में मौजूद अंजुम फातिमा के पुत्र फ़ैज हैदर ने कहा कि उनकी मां को दूसरी जिंदगी मिली है, इसका श्रेय पूरी तरह एरा के डॉक्टरों की टीम को जाता है. जिस तरह देश की सीमा पर फौज के जवान हमारी सुरक्षा करते हैं उसी तरह यहां के डॉक्टरो में हमारी मां की जिंदगी की रक्षा की है. पूरा परिवार उम्मीद खो बैठा था, लेकिन पिछले कुछ दिनों से हमारी आस जग गयी थी.