लखनऊ:राजधानी लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन के सामने खेल मैदान में आयोजित राष्ट्रीय खादी ग्रामोद्योग की प्रदर्शनी का सोमवार को समापन हुआ. इस दौरान एक करोड़ दस लाख रुपये की बिक्री हुई है. कोरोना काल में प्रदर्शनी में बिक्री का यह आंकड़ा खादी ग्रामोद्योग के लिए एक बड़ी उपलब्धि है. प्रदर्शनी का आयोजन खादी और ग्रामोद्योग आयोग, सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय भारत सरकार की ओर से किया गया था. समापन अवसर पर खादी ग्रामोद्योग के राज्य निदेशक डीएस भादी मौजूद रहे. प्रदर्शनी में देश के 15 राज्यों ने हिस्सा लिया.
लखनऊ: खादी ग्रामोद्योग की प्रदर्शनी में हुई एक करोड़ दस लाख रुपये की बिक्री
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित राष्ट्रीय खादी ग्रामोद्योग की प्रदर्शनी समापन हुआ. प्रदर्शनी के दौरान एक करोड़ दस लाख रुपये की बिक्री हुई है.
प्रदर्शनी में कुल 56 संस्थाओं ने अपनी स्टाॅल लगाई गई थी. जिसमें खादी ब्रांड के उत्पाद सदरी , कोट, कुर्ता,शर्ट- पैंट एवं कोसा साड़ी, चंदेरी साड़ी,सिल्क साड़ियां, रेडीमेड वस्त्र ,सूती और ऊनी रेशमी कपड़े शामिल रहे. साथ ही लोकल फॉर वोकल को बढ़ावा देने के लिए लोकल स्तर पर बनाई गई वस्तुएं भी प्रदर्शनी में बिक्री के लिए आई थी.
15 दिवसीय प्रदर्शनी में बिक्री का आंकड़ा एक करोड़ दस लाख रुपये की बिक्री हुई है. प्रदर्शनी में प्रतिदिन शाम को कला, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था. स्थानीय कलाकारों ने मेले में प्रतिदिन विभिन्न गीत, संगीत ,लोक नृत्य, भजन, कवि सम्मेलन, कठपुतली आदि का प्रदर्शन किया था. कलाकारों के सरकार की ओर से पुरस्कार भी दिए गए.
खादी ग्रामोद्योग के राज्य निदेशक डीएस भाटी ने बताया कि इस प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य लोकल फॉर वोकल प्रोडक्ट को बढ़ावा देना था. जिसे लोगों ने खूब पसंद किया है. इस दौरान एक करोड़ दस लाख रुपये की बिक्री हुई है, जो कोरोना काल में एक बड़ी उपलब्धि है. वहीं क्योंकि कोविड-19 कोविड-19 काल को भी फॉलो किया गया है। साथ ही खादी से निर्मित प्रोडक्ट को खरीदने के लिए लोगों से अपील खादी उद्योग के महामंत्री वीवी पांडे ने लोगों से खादी को बढ़ावा देने की अपील की.