लखनऊ: किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) को राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) की ओर से चिकित्सा शिक्षा केंद्र के लिए नोडल सेंटर बनाया गया है. यह सेंटर चिकित्सा संस्थानों और मेडिकल कालेजों के शिक्षकों को नवीन चिकित्सा तकनीक का प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसकी पहली कार्यशाला सोमवार को आयोजित की जा रही है. इसमें देश के 30 शिक्षक प्रतिभाग कर रहे हैं.
यह नई मशीनें का प्रयोग नियमित रूप से मुख्यतया बाल शल्यक्रिया, श्वसन चिकित्सा, न्यूरोसर्जरी, और कार्डियोलॉजी में होगा. इन मशीनों से मरीजों को एक्स-रे के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा. इस कार्यक्रम में प्रमुख सदस्यों जैसे कि डॉ. मनोज, डॉ. दुर्गेश द्विवेदी, डॉ. प्रियंका यादव, डॉ. सौरभ मौजूद रहें. डॉ. परिहार ने आम उपकरण कक्ष के प्रभारी, डॉ. अविनाश अग्रवाल, और डॉ. अक्षय आनंद को इन अद्वितीय मशीनों की क्रय के लिए धन्यवाद दिया.
कुलपति डॉ. बिपिन पुरी ने रेडियोडायग्नोसिस विभाग की इस उपलब्धि की सराहना की. यह चिकित्सा ढांचे में सुधार केजीएमयू की अटल प्रतिबद्धता का प्रमाण है. जो मरीजों की देखभाल और सेवा उत्कृष्टता को बढ़ाने की है. इससे अब मरीजों को एक्स-रे के लिए अधिक समय तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा और कठिन परिस्थितियों में भी सुचारू उपचार अनुभव की उम्मीद की जा सकती है.