लखनऊ: सपा सरकार के चहेते रहे सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी सत्येंद्र कुमार सिंह की सीबीआई जांच के बाद अब उनके खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने भी मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है. सत्येंद्र सिंह के खिलाफ एलडीए में जांच को लेकर पत्र भेजा गया है. सत्येंद्र पर सपा सरकार में विकसित की गई चक गजरिया सिटी परियोजना में टेंडरों और अन्य कार्यवाही में गड़बड़ियों का आरोप है. इसमें करोड़ों के घोटाले की आशंका है. इसकी जांच का आगाज किया गया है. एलडीए इसकी पूरी रिपोर्ट ईडी को देगा.
सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी सत्येंद्र कुमार सिंह की मुश्किलें और बढ़ने वाली है. सीबीआई के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय ने भी एफआईआर दर्ज करने के बाद एक्शन शुरू किया है. सीबीआई ने खनन मामलों में पहले जो एफआईआर दर्ज की थी, उनमें से अधिकतर एफआईआर को ईडी ने अपने यहां दर्ज किया था. अब सत्येंद्र सिंह के मामले में भी ईडी इसी तरह के केस दर्ज कर रहा है.
सीबीआई ने लखनऊ के डीएम व एलडीए के वीसी रहे सत्येंद्र के खिलाफ करीब डेढ़ साल पहले एफआईआर दर्ज की थी. उनके करीबियों के यहां छापे मारे थे. इस दौरान 44 बेनामी संपत्ति, करोड़ों रुपये के जेवर और 36 बैंक खातों के बारे में जानकारी मिली थी. सीबीआई इस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है. एलडीए वीसी के रूप में दो कार्यकाल पूरा करने वाले पूर्व आईएएस अधिकारी सत्येंद्र सिंह अपने कारनामों के लिए सपा शासन में खूब चर्चित रहे थे.