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नोएडा में थालेस कंपनी के दफ्तर का शुभारंभ, जानिए क्या होगा लाभ

फ्रांस की थालेस कंपनी राफेल जैसे एयरक्राफ्ट के लिए रडार, इलेक्ट्रॉनिक्स वॉइस सिस्टम, कॉकपिट डिस्पले सिस्टम, पावर जनरेशन सिस्टम सहित अन्य उपकरणों की मैन्युफैक्चरिंग करती है। इसके साथ ही रक्षा, एयरोनॉटिक्स, स्पेस, ट्रांसपोर्टेशन, डिजिटल आईडेंटिटी और सिक्योरिटी मार्केट में भी अपना योगदान दे रही है।

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Published : Nov 23, 2020, 8:15 PM IST

एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह
एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह

लखनऊःराज्य के एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने सोमवार को अपने सरकारी आवास से फ्रांस की टेक्नोलॉजी क्षेत्र की ख्याति प्राप्त कंपनी थालेस के ऑफिस का वर्चुअल शुभारंभ किया. नोएडा में कंपनी का स्टेट ऑफ आर्ट न्यू कॉरपोरेट ऑफिस है.

करीब 1100 कर्मचारी कर रहे काम

इस कंपनी ने दिल्ली से शिफ्ट होकर नोएडा में अपना कॉरपोरेट कार्यालय स्थापित किया है। लगभग डेढ़ लाख वर्ग फिट में निर्मित छह मंजिला इमारत के इस कार्यालय में करीब 1100 कर्मचारी काम कर रहे हैं।

यह बनाती है कंपनी
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने इस अवसर पर कहा कि उत्तर प्रदेश में थालेस के आने से प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश कार्यक्रम को बल मिलेगा। उन्होंने कहा कि लड़ाकू विमान मिराज और राफेल देश की वायुसेना के बेड़े में शामिल हैं। थालेस कंपनी राफेल जैसे एयरक्राफ्ट के लिए रडार, इलेक्ट्रॉनिक्स वॉइस सिस्टम, कॉकपिट डिस्पले सिस्टम, पावर जनरेशन सिस्टम सहित अन्य उपकरणों की मैन्युफैक्चरिंग करती है। इसके साथ ही रक्षा, एयरोनॉटिक्स, स्पेस, ट्रांसपोर्टेशन, डिजिटल आईडेंटिटी और सिक्योरिटी मार्केट में भी अपना योगदान दे रही है। उन्होंने कंपनी से इन विमानों के पार्ट्स उत्तर प्रदेश में बनाने के लिए निवेश का आग्रह भी किया है।

कौशल विकास में यूपी का करेगी सहयोग
एमएसएमई मंत्री ने कहा कि थालेस ने डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के तहत कानपुर की एमकेयू कंपनी के साथ मिलकर आर्म्ड फोर्स के लिए नाइट विजन डिवाइस बनाने का प्रस्ताव भी दिया है। इस पर तेजी से काम चल रहा है। इसके अतिरिक्त थालेस डिजिटल आईडेंटिटी एवं सिक्योरिटी बिजनेस के अंतर्गत उत्तर प्रदेश में वृहद इंजीनियरिंग सेंटर के रूप में काम करेगी। स्थानीय कौशल विकास को बढ़ावा देने के साथ ही उच्च गुणवत्ता युक्त तकनीक भी विकसित करने में यूपी को सहयोग देगी।

यूपी की तरफ कंपनियां हो रहीं आकर्षित
एमएसएमई मंत्री ने कहा कि थालेस कंपनी देश में एचएएल, भेल, एलएंडटी जैसी नामी गिरामी कंपनियों के साथ टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में काम कर रही है। इससे स्पष्ट है कि उत्तर प्रदेश में इस कंपनी का कार्यालय खुलने से रक्षा क्षेत्र में प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिलेगा। उन्होंने कहा कि एक समय इलेक्ट्रॉनिक्स और डिफेंस क्षेत्र की कंपनियां केवल दक्षिण भारत की तरफ जाती थीं. अब समय बदला है। तीन साल से इस क्षेत्र की कंपनियां उत्तर प्रदेश की ओर आकर्षित हो रही हैं। माइक्रोसाफ्ट के कैंपस की स्थापना और अब थालेस का आना इसका उदाहरण है।

रोजगार सृजित होंगे
उन्होंने कहा कि थालेस का आना उत्तर प्रदेश में रक्षा क्षेत्र के लिए मील का पत्थर साबित होगा। डिफेंस कॉरिडोर से अलग पहचान बनेगी। उन्होंने थालेस के कारपोरेट कार्यालय के नोएडा में स्थापना के लिए अधिकारियों को धन्यवाद दिया। साथ ही कहा कि निश्चित ही कंपनी अपने विजन में सफल होगी। निवेशकों को भी उत्तर प्रदेश की ओर आकर्षित करेगी। राज्य में उच्च टेक्नोलॉजी का विकास होगा। रोजगार के अवसर सृजित होंगे।

कोरोना के दौरान भी जारी रहा प्रयास
एमएसएमई मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में आयोजित डिफेंस एक्सपो के दौरान थालेस कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी से भेंट हुई थी। उन्होंने रक्षा क्षेत्र में निवेश के साथ ही अपना कारपोरेट कार्यालय प्रदेश में खोलने की इच्छा जताई थी। कोविड-19 के दौरान भी कंपनी से लगातार समन्वय बनाए रखा गया। इसके परिणाम स्वरूप यह उपलब्धि प्राप्त हुई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में थालेस जैसी बड़ी कंपनी ने उत्तर प्रदेश की ओर रुख किया है। राज्य सरकार के सकारात्मक प्रयासों और निवेशकों के हितपरक नीतियों के फलस्वरुप उत्तर प्रदेश में निवेश का माहौल तैयार हुआ है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश इज ऑफ डूइंग में 12वें स्थान से दूसरे स्थान पर आया है।

68 देशों में काम कर रही कंपनी
थालेस के इंडिया में कंट्री हेड इमैनुअल डीआर ने थालेस कंपनी के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि यह कंपनी टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में पूरे विश्व में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। कंपनी विश्व के 68 देशों में कार्य कर रही है। इसमें 83 हजार कर्मी काम करते हैं। विश्व भर में इस कंपनी का टर्नओवर लगभग 20 बिलियन डॉलर है।

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