लखनऊ : वजीर हसन रोड पर अलाया अपार्टमेंट के गिरने से जिन लोगों की मौत हुई है उसके पीछे जिम्मेदारों की लापरवाही सामने आ रही है. पहले हुई घटनाओं की तरह इस बार भी इस अपार्टमेंट को अवैध निर्माण करके ही बनाया गया था. इसके साथ ही इसकी निर्माण गुणवत्ता भी बहुत खराब थी. सेटबैक को घेरकर एक पतले पिलर पर चार मंजिल तक फ्लैट बनाए गए थे. बिल्डिंग निर्माण में एलडीए की अनदेखी कई मामलों में सामने आ रही है. अपार्टमेंट बनाने के लिए तय क्षेत्रफल 2000 वर्ग मीटर से कहीं कम पर यह बिल्डिंग बनाई गई थी. निश्चित तौर पर सिंगल यूनिट का नक्शा पास करा के यहां अपार्टमेंट का निर्माण करा दिया गया था. जिसका नतीजा यह हुआ कि या अवैध अपार्टमेंट बेसमेंट की खुदाई के चलते भरभरा कर ध्वस्त हो गया.
बता दें इससे पहले लखनऊ में अग्निकांड की वजह से तीन होटलों में आग के चलते 11 लोगों की मौत हो चुकी है. चारबाग के विराट और एसजेएस होटल में जून 2018 में आग लगी थी, जबकि हजरतगंज के होटल लेवाना सुइट्स में सितंबर 2022 में आग लगने से मेहमानों की मौत हो गई थी. यह तीनों होटल अवैध निर्माण कर के बनाए गए थे. इन मामलों में भी जिम्मेदारों पर कोई खास कार्यवाही नहीं की गई. जिसका नतीजा है कि पूरे शहर में बिल्डर अवैध निर्माण धड़ल्ले से कर रहे हैं.