लखनऊ:हिंदी संस्थान की ओर से आयोजित युग परिवर्तक गुरु गोरखनाथ राष्ट्रीय संगोष्ठी में केंद्रीय मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने शिरकत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि देश की नई शिक्षा नीति में संस्कार को भी प्रमुख स्थान दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि संस्कार विहीन ज्ञान समाज और देश के लिए निरर्थक है.
लखनऊ: केंद्रीय मंत्री निशंक बोले, नई शिक्षा नीति में संस्कार पर रहेगा जोर
उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान गुरु गोरखनाथ राष्ट्रीय संगोष्ठी की ओर से युग परिवर्तक गुरु गोरखनाथ राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित की गई. इस दौरान केंद्रीय मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि केंद्र सरकार नई शिक्षा नीति पर काम कर रही है.
केंद्र सरकार नई शिक्षा नीति पर कर रही काम.
बच्चों को संस्कार भी सिखाएंगे
- डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि केंद्र सरकार जो नई शिक्षा नीति पर काम कर रही है.
- इसमें ज्ञान, विज्ञान, नवाचार और अनुसंधान इन सबको स्थान दी गई है.
- उन्होंने कहा कि बच्चों को संस्कार भी सिखाएंगे.
- संस्कार विहीन शिक्षा और ज्ञान किसी भी राष्ट्रीय समाज के लिए उपयोगी नहीं है.
- किशोरावस्था में ही बच्चों को संस्कार दिए जा सकते हैं.
- इसके बाद संस्कार की शिक्षा देना संभव नहीं है.
भारत में सबसे ज्यादा स्कूल, कॉलेज, विद्यालय और विश्वविद्यालय हैं. हमारे देश में 33 करोड़ विद्यार्थी हैं, जो कई देशों की जनसंख्या से भी ज्यादा है.
-डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री