उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

होम्योपैथिक डॉ. एसबी तिवारी का नाम 'लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड' में दर्ज - लखनऊ न्यूज

लखनऊ राजधानी के होम्योपैथिक डॉक्टर एसबी तिवारी का नाम 'लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड' में दर्ज हुआ है. बता दें कि डॉ. एसबी तिवारी गरीबों के लिए मुफ्त चिकित्सा के साथ-साथ मुफ्त चिकित्सा शिविर, जांच शिविर, रक्तदान, योग, जागरूकता जैसे कार्यक्रम आयोजित करते रहते हैं.

होम्योपैथिक डॉ. एसबी तिवारी का नाम 'लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड' में दर्ज
होम्योपैथिक डॉ. एसबी तिवारी का नाम 'लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड' में दर्ज

By

Published : Mar 6, 2021, 9:41 PM IST

लखनऊ: राजधानी लखनऊ के डॉक्टर एसबी तिवारी ने होम्योपैथिक से इलाज कर कीर्तिमान बनाया है. उन्हें इसके लिए 'लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड' सूची में शामिल कर सम्मानित किया गया है. वे समाज सेवा के क्षेत्र में भी कार्य करते हुए सेवा शिविरों की एक लंबी श्रृंखला आयोजित कर चुके हैं.

ईटीवी भारत से बातचीत करते होम्योपैथिक डॉ. एसबी तिवारी.

13 हजार से अधिक किडनी से निकाले स्टोन
1995 में सीपीएमटी के जरिए डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा से होम्योपैथी चिकित्सा में डिग्री हासिल करने वाले डॉ. एसबी तिवारी का चिकित्सा पद्धति की बारीकियों पर गहन अध्ययन है. 20 साल की चिकित्सा सेवा में उन्होंने 13 हजार से अधिक मरीजों की पथरी और तीन हजार से अधिक मरीजों की किडनी फैलियर डायलिसिस छुड़वाना सहित कई असाध्य बीमारियों को ठीक कर चुके हैं. इसी पर उन्हें 'लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड' का सम्मान प्राप्त हुआ.

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की है तैयारी
डॉ. एसबी तिवारी अब अपनी उपलब्धियों को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल करने की तैयारी कर रहे हैं. उन्होंने उन मरीजों का पूरा विवरण संकलित कर उसे सूचीबद्ध किया है, जिन्हें उनकी चिकित्सा से लाभ पहुंचा है. ऐसे सभी मरीजों का विवरण उनके द्वारा प्रकाशित कल्याणम पत्रिका में संकलित है.

होम्योपैथिक डॉ. एसबी तिवारी का नाम 'लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड' में दर्ज

सेवा का है जुनून
डॉ. एसबी तिवारी गरीबों के लिए मुफ्त चिकित्सा के साथ-साथ मुफ्त चिकित्सा शिविर, जांच शिविर, रक्तदान, योग, जागरूकता व सेमिनार जैसे कार्यक्रम आयोजित करते रहते हैं. सामाजिक सेवा कार्यों के जरिये वह काफी लोकप्रिय हैं. न केवल राजधानी बल्कि आसपास के जिलों में भी उनके चिकित्सा शिविरों में हजारों लोग जुटते हैं. 7 मार्च को वे सीतापुर में पुनः शिविर आयोजित करने जा रहे हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details