लखनऊ :मिर्च रसोई की मुख्य सब्जी मानी जाती है. मसाले में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है. नई मिर्च के बाजार में आने के बाद हरी मिर्च की कीमतों में गिरावट देखी जा रही है. इससे तीखा पसंद करने वालों को राहत मिली है. मार्च के पहले सप्ताह में हरी मिर्च की कीमत 60 रुपये किलो थी. अब इसकी कीमतों में लगभग 50 फीसदी तक की गिरावट आई है. यह अब 25 से 30 रुपए प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है. वहीं कुछ सब्जियों को छोड़कर काफी सब्जियां बजट के अंदर मिल रहीं हैं. आइए जानते हैं 21 अप्रैल शुक्रवार को क्या हैं सब्जियों के दाम.
पिछले 20 दिनों में हरी मिर्च की कीमतों में 50 फीसदी से अधिक की गिरावट आई है. दुबग्गा सब्जी मंडी के अध्यक्ष परवेज हुसैन का कहना है कि स्थानीय बाजारों में आपूर्ति में कमी आने के कारण हरी मिर्च महंगी हो गई थी. यहां तक कि दूसरे स्थानों से भी हरी मिर्च की आवक कम हो गई थी, लेकिन अब स्थानीय स्तर पर बोई जाने वाली फसल आनी शुरू हो गई है. उन्होंने कहा कि स्थानीय तौर पर मंडी में आवक में तेजी आने के कारण हरी मिर्च एक बार फिर से सस्ती हो गई है.
सब्जियों के दामों ने दी राहत :मंडी की बात करें तो यहां पर प्याज की कीमतों में काफी सुधार होने के बाद एक बार फिर से उसके दाम गिर गए. पिछले 20 दिनों में इसकी कीमत 12 रु से रुपए प्रति किलोग्राम से बढ़कर 16 रुपए प्रति किलोग्राम हो गई थी. मगर इस हफ्ते फिर प्याज के दाम गिरकर 12 रु किलो तक पहुंच गए. खीरा, शिमला मिर्च, पत्ता गोभी और बैगन जैसी अन्य सब्जियां भी सस्ती हुई हैं. टमाटर की कीमत जहां 15 रुपये प्रति किलो पर स्थिर बनी हुई है, वहीं आलू 20 दिन पहले 6 रुपये प्रति किलो की तुलना में 8 रुपये प्रति किलो पर बिक रहा है. भिंडी और तोरई धीरे-धीरे किचन की शोभा बढ़ाने लगी हैं.