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वाह रे यूपी पुलिस! महिला ने की करोड़ों की ठगी, 5 महीनें बाद दर्ज हुई FIR

लखनऊ में रियल एस्टेट कंपनी (real estate company) खोलने के नाम पर महिला ने की डेढ़ करोड़ की ठगी. पिछले 5 महीनों से लखनऊ पुलिस के चौखटों पर एफआईआर दर्ज करवाने के लिए भटक रहे थे पीड़ित. ठग के शिकार पीड़ितों की तहरीर पर 5 महीने बाद एक जनवरी को दर्ज किया गया मुकदमा.

रियल एस्टेट कंपनी के नाम पर करोड़ों की ठगी
रियल एस्टेट कंपनी के नाम पर करोड़ों की ठगी

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Published : Jan 3, 2022, 7:11 AM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रियल एस्टेट कंपनी (real estate company) खोलने के नाम पर डेढ़ करोड़ की ठगी (fraud) करने का मामला सामने आया है. शहर की एक महिला ने लखीमपुर खीरी के 5 जमीन कारोबारियों को झांसा देकर डेढ़ करोड़ से ज्यादा की रकम हड़प ली. पिछले 5 महीनों से पीड़ित लखनऊ पुलिस के चौखटों पर एफआईआर दर्ज करवाने के लिए भटक रहे थे. लखनऊ में करोड़ों की ठगी के पीड़ितों की तहरीर पर 5 महीने बाद एक जनवरी को मुकदमा दर्ज किया गया.

लखीमपुर खीरी निवासी शाबान, मुश्ताक, फैजल किरमानी, मुरसलीन और यूनुस अपना कारोबार करते हैं. इन पीड़ितों के मुताबिक, लखनऊ में उनकी मुलाकात ऊषा चौधरी से हुई जो हसनगंज इलाके के रहने वाली थी. ऊषा ने उन्हें एक रियल एस्टेट कंपनी खोलने का झांसा दिया. इसके लिए कई जगह जमीन भी दिखाई. ऊषा ने कारोबारियों को रियल एस्टेट कंपनी में हिस्सेदारी देने की बात कही. जिसके बाद शाबान ने 40 लाख, मुश्ताक ने 31 लाख, फैजल ने 29 लाख, यूनुस ने 20 लाख और मुरसलीन ने 17.50 लाख रुपये उषा को दिए. सभी ने यह रुपये बैंक से लोन लेकर दिए थे.

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कारोबारियों के मुताबिक, जमीन बिक्री के कई महीने बीत जाने के बाद भी उन्हें कोई हिस्सा नहीं मिला और न ही उनकी पूंजी ही वापस मिली. इसके बाद उन्होंने ऊषा से अपने पैसों को वापस मांगना शुरू किया. इस पर उषा ने उन सभी के लोन की किस्तें बैंक में जमा करने का भरोसा दिलाया. वहीं कुछ किस्तों के जमा होने के बाद अचानक बैंक से रिकवरी की नोटिस आने पर सभी पीड़ितों को पता चला कि वो सभी ठगे गए हैं.

ठगे जाने के बाद सभी पीड़ित लखनऊ के हसनगंज थाने में शिकायत दर्ज करवाने को पहुंचे. सभी पीड़ितों ने कई बार थाने के चक्कर लगाए, लेकिन थाने पर उनकी कोई भी सुनवाई नहीं हुई. इसे देखते हुए वो अगस्त में पुलिस कमिश्नर से मिले. पीड़ितों की तहरीर पर 5 महीने बाद एक जनवरी को यह मुकदमा दर्ज किया गया.

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