लखनऊः पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर ने अपनी याचिका में कहा कि भारत सरकार तथा उत्तर प्रदेश शासन के आदेश पूरी तरह गलत हैं. मात्र उनके प्रति व्यक्तिगत तथा व्यवस्थाजन्य विद्वेष तथा पूर्वाग्रह के कारण आदेश पारित किए गए हैं, जिससे उनका पूरा परिवार दुष्प्रभावित हुआ है.
केंद्र और यूपी सरकार ने अभिलेख देने से किया मना
अमिताभ ने कहा कि यूपी शासन ने बिना कारण और आधार के मनमाने ढंग से उनका नाम चुन कर उन्हें सेवा से निकाले जाने की संस्तुति की, जिसे भारत सरकार ने अनुमोदित कर दिया. अतः जब उन्होंने इस आदेश से संबंधित अभिलेख मांगे तो दोनों सरकार द्वारा उन्हें अभिलेख देने से मना कर दिया गया.