लखनऊ: प्रदेश की योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल (यूपीएसएसएफ) के गठन की अधिसूचना जारी कर दी है. साथ ही इसकी रूपरेखा का भी निर्धारण कर दिया है. इसका गठन केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की तर्ज पर किया जा रहा है. इसे प्रदेश के महत्वपूर्ण सरकारी भवनों, कार्यालयों और औद्योगिक प्रतिष्ठानों और मंदिरों की सुरक्षा में तैनात किया जाएगा.
जानकारी देते पूर्व डीजीपी ब्रज लाल. औद्योगिक प्रतिष्ठानों, प्रमुख स्थलों, हवाई अड्डों, मेट्रो, कोर्ट समेत अन्य स्थानों की सुरक्षा के लिए गठित होने वाले यूपीएसएसएफ के पास बिना वारंट तलाशी लेने और गिरफ्तारी करने का भी अधिकार होगा. यूपीएसएसएफ का नेतृत्व एडीजी स्तर का अधिकारी करेगा. यूपीएसएसएफ के गठन सहित तमाम मुद्दे पर ईटीवी भारत ने प्रदेश के पूर्व डीजीपी ब्रज लाल से खास बातचीत की.
ईटीवी भारत से बातचीत में पूर्व डीजीपी ने कहा कि सरकार का यह फैसला बहुत ही सराहनीय है. इससे कानून व्यवस्था को सुधारने में काफी मदद मिलेगी. प्रदेश के मुख्य धार्मिक स्थलों, कोर्ट और मेट्रों की सुरक्षा पहले से कहीं ज्यादा बेहतर होगी. उन्होंने कहा कि पुलिस के पास इतनी ट्रेनिंग नहीं होती कि वह आतंकी हमले के लिए तैयार रहे. ऐसे में सीएम योगी की ओर से प्रदेश की सुरक्षा के लिए यूपीएसएसएफ के गठन को मंजूरी देना बहुत की प्रदेश की सुरक्षा में महत्वपूर्ण कदम है.
यूपीएसएसएफ का मुख्यालय प्रदेश की राजधानी लखनऊ में होगा. इसे एडीजी स्तर का अधिकारी लीड करेगा. इसके अलावा इसमें आईजी और डीआईजी जैसे अधिकारियों की भी तैनाती की जाएगी. शुरुआत में पीएसी से पांच बटालियन का गठन इसमें किया जाएगा. इसकी सीधी भर्ती का अधिकारी उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती और प्रोन्नति बोर्ड को दिया गया है.