लखनऊ: कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश खाद्य प्रसंस्करण विभाग खाद्य प्रसंस्करण की छोटी इकाइयों को राहत देने की कोशिश कर रहा है. इसके तहत प्रदेश की 370 खाद्य प्रसंस्करण यूनिट को निशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इसके बाद इकाई स्थापित करने के लिए आर्थिक मदद भी दिलाई जाएगी.
खाद्य प्रसंस्करण के डायरेक्टर एसबी शर्मा ने बताया कि इसके तहत आंवला, लीची, अमरूद और आम की खेती करने वाले किसानों को प्राथमिकता दी जा रही है. इसके साथ ही इसके संचालन के लिए 25750 युवाओं को डायरेक्ट और 35210 श्रमिकों को इन युवाओं के माध्यम से रोजगार मिलेगा.
प्रदेश के 13 जनपदों में चलेगा अभियान
डायरेक्टर एसबी शर्मा ने बताया कि लखनऊ के मलिहाबाद की फल मंडी में उद्यान प्रसंस्करण विभाग की ओर से विशेष अभियान चलाया जाएगा. इसके साथ ही वाराणसी, हरदोई, बागपत, प्रतापगढ़, अमरोहा, सीतापुर, सहारनपुर, बुलंदशहर, उन्नाव, मेरठ अयोध्या बाराबंकी में भी अभियान चलाया जाएगा.
इच्छुक लोग भेज सकते हैं प्रस्ताव
खाद्य प्रसंस्करण विभाग के डायरेक्टर ने बताया कि आवेदन करने वाले बागवानों को ऑनलाइन प्रशिक्षण देने का काम लगभग पूरा हो चुका है. ऐसे प्रवासी बेरोजगार जो यूनिट लगाना चाहते हैं वह अपने जनपदों के अधिकारी से मिलकर प्रस्ताव भेज सकते हैं. उन्होंने बताया कि बागवानों को मुनाफा देने के साथ-साथ सरकार युवाओं को रोजगार देने की बात कर रही है. इसी के तहत छोटी इकाइयों को आगे बढ़ाया जा रहा है. इसके लिए सरकार की तरफ से बजट भी जारी हो गया है.
इन वस्तुओं को बनाने का दिया गया प्रशिक्षण
खाद्य प्रसंस्करण विभाग ने आम के साथ-साथ अन्य फलों के जूस के साथ ही आचार, मुरब्बा, जैम, जेली टॉफी और चॉकलेट बनाने का 25710 युवाओं को प्रशिक्षण दिया है, जिससे यह स्वयं इन वस्तुओं का निर्माण कर मुनाफा कमा सकें.