पूर्व सांसद बालकुमार पटेल समेत कई नेता सपा में हुए शामिल
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राजधानी लखनऊ में सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान 'खजांची' का जन्मदिन मनाया. साथ ही उन्होंने दो पुस्तकों का विमोचन किया. इसके साथ ही उन्होंने पूर्व सांसद मिर्जापुर बालकुमार पटेल समेत अन्य पार्टी के नेताओं को समाजवादी पार्टी में शामिल होने पर बधाई दी.
लखनऊ:बसपा और कांग्रेस के नेताओं का समाजवादी पार्टी में शामिल होने का सिलसिला लगातार जारी है. पूर्व सांसद मिर्जापुर बालकुमार पटेल व पूर्व विधायक प्रतापगढ़ पट्टी राम सिंह पटेल ने घर वापसी करते हुए समाजवादी पार्टी ज्वॉइन की है. समाजवादी पार्टी से सांसद रहे बालकुमार पटेल वर्ष 2019 में कांग्रेस में चले गए थे, जिसके बाद अब बालकुमार पटेल ने घर वापसी की है. इसके साथ बहुजन समाज पार्टी के पूर्व सांसद कैलाश नाथ यादव व उनके पुत्र सुनील यादव ने भी अपने समर्थकों के साथ समाजवादी पार्टी ज्वॉइन की है.
फरवरी 2020 में कैलाश नाथ यादव ने अपने बेटे सुनील यादव के साथ बसपा को छोड़ दिया था, जिसके बाद अब कैलाश नाथ यादव ने अपने बेटे के साथ समाजवादी पार्टी का दामन थामा है. कांग्रेस से पूर्व सांसद कैसर जहां, इंटरनेशनल साइकिलिस्ट अभिषेक कुमार शर्मा, पूर्व विधायक सुनील कुमार यादव, पूर्व विधायक धीरेंद्र प्रताप, बसपा नेता अशफाक खान, जनता दल यूनाइटेड से अरविंद सिंह पटेल, आशीष मिश्रा मो. अहमद, राजेश प्रजापति ने भी समाजवादी पार्टी ज्वॉइन की है.
दो पुस्तकों का किया गया विमोचन
सोमवार को जहां समाजवादी पार्टी में भारी संख्या में लोग शामिल हुए. वहीं दूसरी ओर इस दौरान दो पुस्तकों का विमोचन भी किया गया. लेखक दीपक पांडेय द्वारा रचित "मंदी के जनक" व लेखक नरेंद्र प्रजापति द्वारा लिखी गई पुस्तक "काला धन" का राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विमोचन किया.
खजांची का मनाया जन्मदिन
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अखिलेश यादव ने खजांची का जन्मदिन मनाया. 2 दिसंबर 2016 को नोटबंदी के दौरान पैसे निकालने गई बैंक की लाइन में खड़ी महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया था. इस बच्चे का नाम अखिलेश यादव ने खजांची रखा था, जिसका जन्मदिन समाजवादी पार्टी हर वर्ष मनाती है. सोमवार को अखिलेश यादव ने खजांची का जन्मदिन मनाया और इस दौरान केक काटने सहित उसे अपनी ओर से 11000 रुपये की भेंट दी. अखिलेश यादव ने डिंपल यादव की ओर से भी ₹11000 की भेंट खजांची को उपलब्ध कराई.
डकैत ददुआ के भाई हैं बालकुमार पटेल
बालकुमार पटेल पूर्व सांसद रहे हैं, जिसके बाद वर्ष 2019 में बालकुमार पटेल कांग्रेस में चले गए थे. अब एक बार फिर से बालकुमार पटेल ने समाजवादी पार्टी ज्वॉइन कर घर वापसी की है. बालकुमार पटेल बांदा चित्रकूट में डकैत रहे ददुआ के भाई हैं.
बसपा से लड़ा था पहला चुनाव
वर्ष 2019 में बाल कुमार पटेल बांदा लोकसभा सीट से मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे थे, तभी समाजवादी पार्टी ने बीजेपी से आए श्यामाचरण गुप्ता को उम्मीदवार बनाया था. इसके बाद नाराज होकर बालकुमार पटेल कांग्रेस ने चले गए थे. बालकुमार पटेल को कुर्मियों का बड़ा नेता माना जाता है. बालकुमार पटेल ने राजनीतिक कैरियर की शुरूआत बहुजन समाज पार्टी से की थी. बालकुमार पटेल ने पहला चुनाव बसपा के टिकट से इलाहाबाद के मेजा सीट से लड़ा था, वह यह चुनाव हार गए थे. ददुआ के एनकाउंटर के बाद इन्हें मिर्जापुर से सांसद चुना गया.
वर्ष 2019 में थामा था कांग्रेस का दामन
बालकुमार पटेल 2009 में मिर्जापुर सीट से सांसद बने थे. 2014 के लोकसभा चुनाव में सपा ने उन्हें बांदा लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया, यह चुनाव बालकुमार पटेल नहीं जीत सके थे. 2019 में अखिलेश यादव ने इनका टिकट काट दिया था, जिसके बाद नाराज होकर वह कांग्रेस के साथ चले गए थे.