लखनऊः राजधानी के ग्रामीण इलाकों में बिजली उपभोक्ताओं को झटका देने लगी है. तीन-चार दिनों से अक्सर दिन हो या रात घंटों बिजली गुल हो जाती है. उपभोक्ताओं को यह नहीं पता बिजली आखिर क्यों गुल हो जाती है. सफाई में अधिकारियों का सिर्फ यही कहना रहता है तकनीकी खराबी की वजह से फाल्ट आ गया है. जल्द ही इसे दुरुस्त करा दिया जाएगा.
ये है बड़ी समस्या
यह आलम प्रदेश के किसी दूरदराज जिले का नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की बीकेटी विधानसभा क्षेत्र का है. जहां पर खुद विभाग का बीकेटी विद्युत वितरण खंड के अंतर्गत साढ़ामऊ में पारेषण केंद्र बना है. जिसके एक बड़े ट्रांसफार्मर में पिछले कई दिनों से तकनीकी खराबी की वजह से कई घंटों तक ट्रांसफार्मर में आई ट्रिपिंग की वजह से विद्युत आपूर्ति ठप हो जाती है.
सैकड़ों गांव की बिजली हुई गुल
सुबह के समय होने की वजह से लोगों को कड़ाके की ठंड में पानी भी नसीब नहीं हो पाता है. शनिवार को यह खराबी शाम करीब 4:45 बजे फिर आ गई. जिसकी वजह से विद्युत वितरण खंड बीकेटी क्षेत्र के आधा दर्जन विद्युत उपकेंद्र से जुड़े सैकड़ों गांव की बिजली गुल हो गई है. साढ़ामऊ स्थित 220/33 केवीए पारेषण केंद्र के एक बड़े ट्रांसफार्मर में आई तकनीकी खराबी की वजह से व्यापारिक प्रतिष्ठान हो, नगर पंचायत के वार्ड हों या क्षेत्र की 103 ग्राम पंचायतें जिनसे जुड़े सैकड़ों गांव (मजरे) देर रात तक अंधेरे में डूबे रहे.
इन उपकेंद्रों से जुड़े गांव हुए प्रभावित
बीकेटी विद्युत वितरण खंड के तहत आने वाले विद्युत उपकेंद्र से जुड़े क्षेत्र के सैकड़ों गांव के उपभोक्ता हैं. बीकेटी विद्युत वितरण खंड के अंतर्गत आने वाले विद्युत उपकेंद्र के दिन सैकड़ों गांव की बिजली रात करीब 10 बजे तक बहाल होने की उम्मीद नहीं है. उन गांवों की जिम्मेदारी वितरण खंड के
बौरूमऊ, इटौंजा, कठवारा, बीकेटी, साढ़ामऊ, कुम्हरावां, विद्युत केंद्रों की है. जिनसे जुड़े सैकड़ों गांव अंधेरे में डूब गये हैं. कड़ाके की ठंड में रात को बिजली गुल हो जाने से उपभोक्ता परेशान हैं.
ट्रांसफार्मर में आई तकनीकी खराबी
बीकेटी के एसडीओ एके मौर्या ने बताया पारेषण केंद्र पर ट्रांसफार्मर में तकनीकी खराबी आई है, जिसे दुरुस्त करने के लिये कार्य हो रहा है. उन्होंने कहा खराबी दुरुस्त होते ही सभी गांव की विद्युत आपूर्ति बहाल हो जाएगी.