पर्यटकों को नवाबों की नगरी लखनऊ के पर्यटन स्थलों की सैर कराएंगी इलेक्ट्रिक बसें
कोरोना संक्रमण के दौरान किए गए लॉकडाउन से सबसे ज्यादा नुकसान पर्यटन क्षेत्र का हुआ है. ऐसे में इलेक्ट्रिक बसें पर्यटन क्षेत्र में एक बार फिर से जान फूंकने के लिए सड़कों पर उतरेंगी. नवाबों के शहर में कई ऐतिहासिक स्थल ऐसे हैं. जहां देश भर से नहीं बल्कि विदेश से भी पर्यटक आते हैं.
लखनऊ: यूपी की राजधानी लखनऊ में दो नवंबर से शुरू हुईं अत्याधुनिक इलेक्ट्रिक बसें अब पर्यटकों को शहर के पर्यटन स्थलों का भी दीदार कराएंगी.पर्यटकों को धार्मिक स्थलों के साथ ही यहां की एतिहासिक इमारतों की सैर कराने के लिए लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड प्लान कर रहा है. सिटी बस बेड़े में शामिल हुईं वातानुकूलित इलेक्ट्रिक बसें पर्यटकों को उनके मनचाहे ऐतिहासिक स्थलों तक ले जाकर उनकी ख्वाहिश पूरी करेंगी. सिटी बस प्रबंधन के मुताबिक, दो जगहों पर चार्जिंग स्टेशनों के तैयार होने का इंतजार है. यहां का काम पूरा होते ही रूट और फेयर निर्धारित कर दिया जाएगा.
कोरोना संक्रमण के दौरान किए गए लॉकडाउन से सबसे ज्यादा नुकसान पर्यटन क्षेत्र का हुआ है. ऐसे में इलेक्ट्रिक बसें पर्यटन क्षेत्र में एक बार फिर से जान फूंकने के लिए सड़कों पर उतरेंगी. नवाबों के शहर में कई ऐतिहासिक स्थल ऐसे हैं. जहां देश भर से नहीं बल्कि विदेश से भी पर्यटक आते हैं. इसमें सबसे अधिक प्रसिद्ध इमामबाड़ा और नवाब वाजिद अली शाह में मौजूद म्यूजियम है. लॉकडाउन खुल चुका है, लेकिन इन जगहों पर पहुंचने वाले पर्यटकों की संख्या अभी सामान्य नहीं हो सकी है. सिटी बस प्रबंधन के अनुसार यहां पर अंबेडकर पार्क, इको गार्डन दिलकुशा कोठी, रेजीडेंसी, क्लाक टॉवर, चंद्रिका देवी, जामा मस्जिद, सआदत अली खां, का मकबरा, कैसरबाग पैलेस, चौक का बड़ी देवकाली मंदिर और कैसरबाग का काली बाड़ी मंदिर प्रसिद्ध है. ऐसे में इन स्थ्लों को जोड़ते हुए रूट तय कर इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया जाएगा.