लखनऊः उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की चल रही प्रक्रिया के तहत पहले चरण का चुनाव गुरुवार 10 फरवरी को होगा. चुनाव आयोग ने पहले चरण के चुनाव की सभी तैयारियां पूरी होने का दावा किया है. उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने आज कहा कि मतदान निष्पक्ष और पारदर्शिता के साथ कराया जाएगा. पैरा मिलिट्री फोर्सेज की निगरानी पर पूरे चुनाव की प्रक्रिया पूरी होगी.
उन्होंने कहा कि गुरुवार 10 फरवरी को पहले चरण की 58 सीटों पर मतदान होगा. सुबह 7 से शाम 6 तक मतदान किया जाएगा. कुल 2.27 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. मतदान की प्रक्रिया शांतिपूर्ण तरीके से कराने के लिए बड़ी संख्या में अधिकारी, पुलिस, ऑब्जर्वर तैनात रहेंगे.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय शुक्ला ने कहा कि सभी मतदाताओं से मतदान की अपील करते हैं. सभी लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करें. उन्होंने कहा कि फर्जी वोटिंग रोकने के लिए खास निर्देश दिए गए हैं. मजिस्ट्रेट, माइक्रो ऑब्जर्वर को जिम्मेदारी दी गई है. पूरी वोटिंग प्रक्रिया की वीडियोग्राफी होगी, जिससे फर्जी वोटिंग नहीं हो पायेगी. इस पूरे प्रक्रिया के निगरानी के निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ ही चुनाव में EVM की सुरक्षा अर्धसैनिक बल के जवान करेंगे.
पहले चरण में 11 जिले जिनमें शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, गौतम बुद्धनगर, हापुड़, बुलन्दशहर, अलीगढ़, मथुरा और आगरा शामिल हैं. जिसमें कुल 58 विधानसभा क्षेत्र हैं.
इन पहचान पत्रों से कर सकेंगे मतदान
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के क्रम में मतदाता पहचान पत्र के अतिरिक्त 12 अन्य पहचान पत्र (आधार कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, बैंको, डाकघरों द्वारा जारी किए गए फोटोयुक्त पासबुक, श्रम मंत्रालय की योजना के अन्तर्गत जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, एनपीआर के अंतर्गत आरजीआई द्वारा जारी किए गए स्मार्ट कार्ड, भारतीय पासपोर्ट, फोटोयुक्त पेंशन दस्तावेज, केन्द्र, राज्य सरकार, लोक उपक्रम, पब्लिक लिमिटेड कम्पनियों द्वारा अपने कर्मचारियों को जारी किए गए फोटोयुक्त सेवा पहचान-पत्र और सांसदों,विधायकों, विधान परिषद सदस्यों को जारी किए गए सरकारी पहचान पत्र, यूनिक डिसएबिलिटी आईडी (यूडीआईडी) कार्ड, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार) मतदेय स्थलों पर मतदाताओं की पहचान किये जाने हेतु मान्य होंगे.
कोविड केयर सेंटर बनेंगे
कोविड-19 को लेकर मतदान के दिन मतदेय स्थलों पर थर्मल स्कैनर, हैण्ड सैनिटाइजर, ग्लव्स, फेस मास्क, फेस शील्ड, पीपीई किट, साबुन, पानी की पर्याप्त मात्रा में व्यवस्था की गई है, मतदाताओं की सुविधा हेतु वोटर गाइड का भी वितरण किया गया है. वोटर गाइड में कोविड-19 से सम्बन्धित डूज एण्ड डोण्ट्स का भी उल्लेख किया गया है.
एक नजर आंकड़ों पर
विधान सभा चुनाव 2022 के लिए होने वाले मतदान में 2.28 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. इनमें 1.24 करोड़ पुरूष, 1.04 करोड़ महिला और 1,448 तृतीय लिंग के मतदाता हैं.
प्रथम चरण के निर्वाचन में कुल 58 विधान सभा क्षेत्रों में 623 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनमें से 73 महिला प्रत्याशी हैं.
वर्तमान निर्वाचन में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा आपराधिक पृष्ठभूमि के प्रत्याशियों के सन्दर्भ में राजनीतिक दलों को निर्देश दिये गये हैं कि वे ऐसे प्रत्याशियों के सम्बन्ध में समाचार पत्रों में यह सूचना प्रकाशित करें कि प्रत्याशियों की क्या आपराधिक पृष्ठभूमि है एवं आपराधिक पृष्ठभूमि के बावजूद भी उनको किस आधार पर प्रत्याशी बनाया गया है. इस सन्दर्भ में ऐसे प्रत्याशियों को स्वयं भी मतदान दिवस के 48 घण्टे पूर्व न्यूनतम 03 बार अपने आपराधिक विवरण को प्रकाशित कराया जाना है. जिन प्रत्याशियों द्वारा ऐसा नहीं किया गया है, सम्बन्धित रिटर्निंग अधिकारी द्वारा उनके विरूद्ध नियमानुसार नोटिस निर्गत की गई है.
इतने मतदान केंद्र
पहले चरण के चुनाव में कुल 26,027 मतदेय स्थल और 10,853 मतदान केन्द्र हैं. कोविड-19 के दृष्टिगत भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मतदेय स्थलों पर मतदाताओं की अधिकतम संख्या 1250 तक रखने के निर्देश दिये गये हैं. सभी मतदेय स्थलों पर रैम्प, शौचालय और पीने के पानी की सुविधा उपलब्ध कराये जाने के निर्देश जिला निर्वाचन अधिकारियों को दिये गये हैं.