लखनऊ: कोरोना वायरस से निजात पाने के लिए 25 मार्च से देश में लॉकडाउन लगा दिया गया, जिसके बाद से जनता को तमाम समस्याएं होने लगीं. लोग सड़कों पर भूखे दिखाई दिए. लोगों के घरों में खाना नहीं था. ऐसे में तमाम लोग थे, जो जनता की मदद करने के लिए आगे आए. इनमे से एक थे भाजपा विधायक डॉक्टर नीरज बोरा.
विधायक से बातचीत करते संवाददाता. राजधानी लखनऊ के उत्तर विधानसभा सीट से निर्वाचित भाजपा विधायक डॉक्टर नीरज बोरा ने सबसे पहले अपना एक माह का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करने का एलान किया. इसके बाद से तमाम विधायकों ने भी उनको देखकर अपना वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा किया.
ईटीवी भारत के संवाददाता ने जब विधायक डॉक्टर नीरज बोरा से इस बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि सबसे पहले विधानसभा सत्र के दौरान उन्होंने अपनी एक महीने का वेतन राहत कोष में जमा करने का ऐलान कर दिया था, जिसके बाद उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व विपक्ष के कई विधायकों ने भी एक महीने का वेतन देने की बात कही.
लखनऊ: ईटीवी भारत की पहल पर दो दिन से भूखे 40 मजदूरों को खिलाया गया खाना
विधायक नीरज बोरा ने कहा कि यह मेरी जिम्मेदारी है. मैं ऐसे लोगों की मदद करने के लिए तत्पर हूं और करता रहूंगा. उन्होंने बताया कि मेरा एक महीने का वेतन एक लाख 25 हजार रुपये आता है, जो मैंने मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा किया है.