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राजधानी में अवैध दूध डेरियां दे रहीं बीमारियों को दावत, नगर निगम बना मूक दर्शक

राजधानी लखनऊ में शहर के बीच बड़े स्तर पर नगर निगम के कर्मचारियों की मिलीभगत से अवैध दूध डेरियां चलाई जा रही हैं. इन डेरियों से होने वाली गंदगी से आम लोगों को परेशानी हो रही है. डेरियों में जगह-जगह जमा हुए गोबर के ढेर से डेंगू और मलेरिया जनित मच्छर पैदा हो रहे हैं. जिनके काटने से लोगों को बुखार और अन्य रोग हो रहे हैं. वहीं कई बार नगर निगम से शिकायत के बावजूद भी समस्या जस की तस बनी हुई है.

अवैध दूध डेरियां
अवैध दूध डेरियां

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Published : Aug 16, 2021, 4:14 PM IST

Updated : Aug 16, 2021, 5:18 PM IST

लखनऊ:राजधानी सहित उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में इस बार मानसून जल्द आ गया है. मानसून आने के बाद हुई बारिश के कारण जगह-जगह जलभराव हो रहा है. कई जिलों में तो बाढ़ के कारण हालात बदतर हैं. बाढ़, जलभराव के कारण डेंगू मलेरिया जनित रोगों के मच्छरों का जन्म होने लगा है. वहीं राजधानी के कई इलाकों में नगर निगम की लापरवाही के कारण बनाई गई अवैध दूध डेयरी में जगह-जगह जमा हुए गोबर के ढे़र से सड़क और नालियां पटी पड़ी हैं. जिसके कारण भी बीमारियां फैल रही हैं. स्थानीय लोगों कहना है कि एक अवैध डेरी से 300 से अधिक घरों के लोग इन रोगों से प्रभावित हो रहे हैं. उनका कहना है कि कई बार नगर निगम से शिकायत के बावजूद भी समस्या जस की तस बनी हुई है.

शहर के बीच में डेरियां खोलने पर उत्तर प्रदेश सरकार ने पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है. ताकि जिससे शहर में किसी तरह का संक्रमण अपने पैर ना पसार सके. लेकिन राजधानी लखनऊ में ही इन नियमों को ताक पर रख दिया गया है. राजधानी में नगर निगम की लापरवाही के चलते मनमाने ढंग से शहर के बीचों-बीच अवैध दूध डेरी संचालित की जा रही हैं. मानसून आते ही इन अवैध डेरियों में जगह-जगह जमा हुए गोबर के ढेर से सड़क और नालियां पटी पड़ी हैं. इतना ही नहीं नालियां भी चोक हो गई हैं. सड़े हुए गोबर में डेंगू और मलेरिया जनित मच्छर जन्म ले रहे हैं. जिनके काटने से लोगों को बुखार और अन्य रोग हो रहे हैं.

अवैध दूध डेरियां दे रहीं बीमारियों को दावत

स्थानीय लोगों कहना है कि एक अवैध डेरी से 300 से अधिक घर के लोग रोग से प्रभावित हो रहे हैं. कई बार नगर निगम के अधिकारियों से इम बारे में शिकायत भी की गई इसके बावजूद भी कोई ध्यान नहीं दे रहा.

अवैध दूध डेरियां
जोन-3 में रहने वाली निर्मला बताती हैं कि अवैध डेरी कालोनियों में चलाई जा रही हैं. जानवरों को छुट्टा कालोनियों में छोड़ दिया जाता है, जिससे छोटे-छोटे बच्चों को परेशानी होती है. साथ ही जानवरों से आए दिन गंदगी फैल रही है और इससे मच्छर जन्म ले रहे हैं. जिनके काटने से लोग बीमार हो रहे हैं.

यही के एक अन्य निवासी शिवकुमार ने बताया कि कॉलोनी में मनमाने ढंग से अवैध डेरिया चलाई जा रही हैं, जिसकी वजह से चारों तरफ गंदगी फैल रही है. बारिश में सड़कों पर गोबर से होने वाले कीचड़ के कारण निकलना दूभर हो गया है. इस गंदगी से डेंगू के मच्छरों ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं. तमाम बार शिकायत के बाद भी नगर निगम इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है.

अधिकारी नहीं कर रहे कार्रवाई.

नगर निगम की लापरवाही के चलते राजधानी के जोन-3 के अंतर्गत करीब 14 अवैध डेयरी बना दी गई हैं. इनकी वजह से शहरों के बीच गंदगी फैल रही है, जिसके कारण मच्छर पनप रहे हैं और लोग बीमार हो रहे हैं. इन अवैध डेयरियों की वजह से 20 हजार लोग प्रभावित हो रहे हैं.

यहां रहने वाले रामबरन समस्याओं के बारे में बताते हुए कहते हैं कि बरसात का मौसम आते ही इन डेयरियों के कारण जगह-जगह पानी का जलभराव हो रहा है और कीचड़ हो रहा है.इससे इलाके में मच्छर बढ़ गए हैं. आसपास के रहने वाले लोगों को डेंगू वाले मच्छर अपना शिकार बना रहे हैं.

इन तमाम समस्याओं को लेकर ईटीवी भारत के संवादाता ने जोनल अधिकारी राजेश सिंह से बात की. फोन से की गई बातचीत में राजेश सिंह ने अवैध डेयरियों को संज्ञान में लेते हुए टीम गठित कर कार्रवाई करने की बात कही. उन्होंने कहा कि इसके साथ ही क्षेत्र में कार्यरत नगर निगम कर्मचारियों पर इस तरह की लापरवाही को लेकर कार्रवाई की जाएगी.

बरसात के मौसम में इन इलाकों में बढ़ रहे मच्छरों की समस्याओं का निदान करने के सवाल पर नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी एस के रावत ने कहा कि अवैध डेयरियों को हटाने को लेकर यह काम जोनल अधिकारी का है. हमारी टीम द्वारा इन दिनों लगातार मच्छरों को मारने के लिए फागिंग का काम किया जा रहा है. स्वास्थ्य टीम द्वारा संचारी रोगों से बचाव करने को लेकर लोगों को लगातार जागरूक भी किया जा रहा है. साथ ही संकरी गलियों और मोहल्लों में ब्लीचिंग पाउडर का भी छिड़काव किया जा रहा है, जिससे लोगों को स्वस्थ रखा जा सके.

Last Updated : Aug 16, 2021, 5:18 PM IST

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