लखनऊः जिले के गोमतीनगर थाना क्षेत्र में एक विवाहिता की हत्या कर उसके शव को फांसी पर लटका दिया गया था. लेकिन आरोपियों की कारस्तानी उस वक्त पकड़ में आ गई, जब पोस्टमार्टम की रिपोर्ट सबके सामने आई. हत्या की पुष्टि होने पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया. वारदात को अंजाम देने के बाद पूरा परिवार घर से फरार चल रहा था. लेकिन पुलिस ने शनिवार को आरोपी पति समेत सास-ससुर को भी गिरफ्तार कर लिया गया.
दरअसल शादी के 11 साल बाद पति और उसके घर वाले अंकिता से दहेज में कार लाने की मांग कर रहे थे. पुलिस ने आरोपी पति और उसके मां-बाप को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. गोमती नगर इंस्पेक्टर केशव कुमार तिवारी के मुताबिक शुक्रवार को गोमती नगर निवासी अंकिता का शव फंदे से लटका मिला था. मृतक के पिता रामसेवक द्विवेदी का आरोप था कि बेटी की शादी के 11 साल बाद भी ससुरालीजन चार पहिया वाहन की मांग कर उसका उत्पीड़न करते थे. शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया था. जिसमें से तीन आरोपी विपुल खंड गोमती नगर निवासी पति अविनाश पांडेय, ससुर कृष्ण कुमार पांडेय और सास अमिता पांडेय को सहारा ओवरब्रिज के पास से गिरफ्तार कर लिया गया है.
पुलिस के मुताबिक बाजार खाला निवासी रामसेवक द्विवेदी की बेटी अंकिता की शादी गोमती नगर के विपुल खंड में अविनाश पांडेय के साथ हुई थी. शादी में रामसेवक ने हैसियत के मुताबिक दान दहेज भी दिया था. लेकिन अविनाश के माता-पिता आए दिन और दहेज की डिमांड करते रहते थे. इस बीच अंकिता की एक बेटी भी पैदा हुई जो करीब 8 साल की हो गई है. अंकिता को सरकारी नौकरी भी मिल गई थी. वह अपनी तनख्वाह से अपनी बेटी की पढ़ाई और पति का खर्च उठा रही थी. लेकिन ससुराल वाले उससे महंगी कार की डिमांड कर रहे थे. इसे लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा था.