लखनऊ: लोकसभा की तर्ज पर उत्तर प्रदेश विधानसभा में भी कोरोना संकट के दौरान कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है. कंट्रोल रूम से सभी विधायकों को जोड़ा जाएगा. विधायक कोरोना महामारी से लड़ने और आम-जन की समस्याओं से निपटने के लिए सुझाव देंगे.
कंट्रोल रूम से संबंधित सभी अधिकारियों के टेलीफोन नंबर और ईमेल आईडी प्रदेश के सभी विधायकों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं. विधायकों से अपेक्षा की गई है कि वह महामारी से संबंधित क्षेत्रीय जनता की समस्याओं के निराकरण के लिए अपने सुझाव कंट्रोल रूम को भेजेंगे.
विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने बताया कि 21 अप्रैल को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के साथ देश के सभी विधान मंडलों के अध्यक्षों की वीडियो कांफ्रेंसिंग हुई थी. कोरोना महामारी से उत्पन्न स्थिति पर विचार-विमर्श हुआ था. उस बैठक में जनप्रतिनिधियों की ओर से सामान्य जन को आकस्मिक सहायता और उनकी समस्याओं के निस्तारण के लिए सुझाव दिए जाने के संबंध में देश के समस्त विधान मंडलों में यथाशीघ्र कंट्रोल रूम स्थापित करने को लेकर सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया था.
उन्होंने बताया कि लोकसभा में कोविड-19 की महामारी के परिपेक्ष में स्थापित कंट्रोल रूम के अनुसार उत्तर प्रदेश विधानसभा में भी कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया गया है. उत्तर प्रदेश विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप दुबे ने कंट्रोल रूम के प्रभारी के रूप में विशेष सचिव ब्रज भूषण दुबे और उनके सहायक के रूप में संयुक्त सचिव नरेंद्र कुमार मिश्र और अनुभाग अधिकारी अखिलेश कुमार को नामित किया गया है.
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