लखनऊ:मंडलायुक्त रंजन कुमार व जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने मंगलवार को राजधानी के समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अलीगंज का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान मंडलायुक्त व जिलाधिकारी ने आरआरटी टीम और कोविड-19 के प्रसार रोकने के लिए चलाए जा रहे अभियान विशेषकर सर्विलांस, डोर-टू-डोर सर्वे व होम आइसोलेशन सत्यापन की जानकारी हासिल की. साथ ही रोटेशन चार्ट देखकर डॉक्टर्स के बारे में भी जानकारी हासिल की.
इस दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि जिन क्षेत्रों में टेस्टिंग की जा रही है, वहां टीमों के द्वारा डीएसओ पोर्टल पर उसी समय निगेटिव और पॉजिटिव दोनों तरह के रोगियों का डेटा फीड करना होगा. इसके अलावा निर्देश दिया कि जो आरआरटी टीमें घर-घर जाकर सर्वे कर रही हैं और होम आइसोलेशन वाले रोगियों का वेरिफिकेशन कर रही हैं, उनका डेटा, वेरिफिकेशन स्टेटस आदि आरआरटी लॉगिन पर फीड करें, ताकि उसकी ऑनलाइन मॉनिटरिंग भी की जा सके.
जिलाधिकारी ने कहा कि होम आइसोलेशन में रहने वाले शत प्रतिशत लोगों को कवर किया जाए. साथ ही उनको मेडिकल किट उपलब्ध कराना भी सुनिश्चित कराया जाए. इसके बाद मंडलायुक्त व जिलाधिकारी ने आरआरटी और सर्विलांस टीमों के कार्यों के सत्यापन के उद्देश्य से त्रिवेणी नगर क्षेत्र का भ्रमण किया. उन्होंने पॉजिटिव रोगियों के घर और उनके आस पास के घरों पर जाकर लोगों से बातचीत की. उन्होंने सर्विलांस टीमों के द्वारा उनके घरों में सर्वे, ट्रेसिंग व टेस्टिंग के कार्य की जानकारी ली. साथ ही वीडियो कॉल के माध्यम से मंडलायुक्त व जिलाधिकारी ने होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों का हालचाल लिया.
मण्डलायुक्त रंजन कुमार व जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश की उपस्थिति में स्मार्ट सिटी सभागार में कोविड-19 के नियंत्रण के सम्बंध में एक बैठक आयोजित हुई. जिसमें डीएम ने सर्वप्रथम कांटैक्ट ट्रेसिंग और टेस्टिंग की समीक्षा की. समीक्षा में सबसे कम कार्य करने वाले समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के नोडल अधिकारियों के प्रति डीएम ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की. साथ ही निर्देश दिया कि यदि 2 दिन के अंदर स्थिति नहीं सुधरती है तो नोडल अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी. बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि पॉजिटिव हुए लोगों की कॉंटैक्ट ट्रेसिंग के लिए रोगियों की दिनचर्या के बारे में भी जानकारी इकट्ठा की जाए. इन सब विवरणों के आधार पर स्मार्ट कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग करने के निर्देश दिए.
जिलाधिकारी ने बताया कि लखनऊ महानगर है. इसलिए यहां आरआरटी के द्वारा रात में भी ट्रेसिंग और टेस्टिंग का कार्य कराया जा सकता है. उन्होंने समस्त सीएचसी के नोडल अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रत्येक सीएचसी में एक-एक अतिरिक्त आरआरटी बनाई जाए. संक्रमण को रोकने के उद्देश्य से सीएचसी के क्षेत्र में आने वाले समस्त हॉस्पिटल, नर्सिंगहोम व क्लीनिकों के स्टाफ का सघन अभियान चलते हुए आरआरटी के द्वारा कोविड टेस्ट कराया जाएगा. साथ ही निर्देश दिया कि समस्त हॉस्पिटल, नर्सिंगहोम व क्लीनिक हर सप्ताह अपने स्टाफ का कोविड टेस्ट कराना सुनिश्चित कराएंगे.